स्पैक्स की एक स्वयंसेवी मोना बाली ने एक लाख रूपये का चैक मुख्यमंत्री राहत कोश में किया प्रदान
देहरादून। आज स्पैक्स की ओर से माननीय मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड को अस्पताल में कार्यरत कौरोना वारियरर्स हेतु 100 पी.पी.ई. किटस् तथा 5000 मास्क भी दिये गये। स्पैक्स की एक स्वयंसेवी मोना बाली ने एक लाख रूपये का चैक मुख्यमंत्री राहत कोश में प्रदान किया ।
इन किटस् में एक गाउन, एक हुड, एक षू-कवर, एक थ्री लेयर फेस मास्क, 6.5 साइज का स्टरलाइज दस्ताना, प्रोटोक्टिव आई वियर, पचास मिली0 सेनिटाइजर षामिल हैं। इस किट में एक डिस्पोजेबल बैग भी उपलब्ध है।
इस महामारी के चलते स्पैक्स संस्था द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में लोगों की आवष्यकता अनुसार खाद्य सामग्री की व्यवस्था, हाथ धोने के साबुन भी वितरित किये जा रहे हैं।
स्पैक्स एक जागरूकता अभियान भी चला रहा है जिसमें लोगों को इस संक्रमण की सम्पूर्ण जानकारी के साथ-साथ इस महामारी से लड़ने के लिये लोगों को जागरूक किया जा रहा है तथा कैंल्नटुला एवं एल्कोहल (70ः) के साथ सैनेटाइजर भी बना रहा है। स्पैक्स संस्था द्वारा 32 घरेलू महिलाओं को थ्री-लेयर फेस मास्क बनाने का प्रषिक्षण दिया तथा उन्हें मास्क बनाने की सामग्री देकर मास्क उत्पादन षुरू कर दिया है। इस मास्क में कपड़े की दो परतों के बीच में नाॅन बूवन फाइबर का प्रयोग एयर फिल्टरेष्न के लिये किया जा रहा है। इस मास्क को उबलते पानी में धोकर तेज धूप में सुखा कर पुनः प्रयोग में कई बार लाया जा सकता है। एक मास्क बनाने पर महिला को तीन रूपये की धनराषि प्राप्त हो रही है। एक महिला एक घंटे में 30 से 80 मास्क बना रही है।
स्पैक्स की इस मुहिम में डाॅ0 बृज मोहन षर्मा, नीरज उनियाल, श्रीमती मोना बाली, डाॅ0ु सुनील कैंथोला, राहुल गौड़, संजय कालिया, कु0 चन्द्रा कोहली, राहुल मौर्य, रामतीरथ, अषोक कुमार, संजीव गुप्ता, सुषील पन्त आदि तन, मन से कार्य कर रहे हैं। साथ ही साथ मास्क निर्माण में पूर्ण स्वच्छता के मानकों को पूरा करते हुए अन्नपूर्णा बिश्ट, छाया, माला, अर्चना, ऋतु, संजना, पूजा षर्मा, रजनी, समपति रावत, अयोध्या ठाकुर, अनुजा, विजय सिंह, सन्तन सिंह, पूजा तोमर सहित कई अपनी सेवा व समर्पण भाव से इस सामाजिक कार्य में लगे हुए हैं।
स्पैक्स ने दिनांक 12.04.2020 से 20.04.2020 के लिए एक अन्तर्राश्ट्रीय पेंटिंग प्रतियोगिता का आॅन लाईन आयोजन किया है जिसमें 6 वर्श से 16 वर्श तक के बच्चे प्रतिभाग कर सकते हैं। अभी तक 18 राज्य तथा 4 विदेषी राश्ट्रों से बच्चे प्रतिभाग कर चुके हैं।