शेराली पटनायक ने शतरंज प्रतियोगिता में किया उत्तराखंड का नाम रोशन
देहरादून। बालिकाएं हर क्षेत्र में अपना परचम लहरा रही है। देश की रक्षा के साथ खेलों में भी देश का नाम रोशन कर रही है।
देहरादून की रहने वाली शेराली पटनायक ने अंडर 12जी गर्ल्स नेशनल शतरंज प्रतियोगिता में उत्तराखंड की तरफ से प्रतिभाग कर साबित कर दिया कि बालिकाएं कहीं भी पीछे रहने वाली नहीं हैं।
कर्नाटक के बेंगलुरु में नेशनल स्तर पर हुई इस शतरंज प्रतियोगिता में मात्र 12 साल से कम उम्र की शेराली पटनायक ने अन्य खिलाड़ियों को पछाड़ते हुवे पांचवी रेंक प्राप्त की है। इससे पहले भी यह बालिका राज्य स्तर की प्रतियोगिता में कई बार परचम लहरा चुकी है। बालिका के खेल और जज्बे को देख परिजन भी उसे आगे बढाने में हर सम्भव मदद को तैयार हैं। जहां आईएफएस पिता शुशांत पटनायक ने वन विभाग को आगे बढाने में हर सम्भव प्रयास किया तो, वहीं अब उनकी बेटी देश का नाम रोशन करने का मन बना चुकी है। नेशनल चौंपियनशिप खेल कर उत्तराखंड के जौली ग्रांट एयरपोर्ट पहुंची बालिका का आज परिजनों व स्थानीय लोगों ने जोरदार स्वागत किया। वहीं इस नन्ही बालिका की उपलब्धि पर आमजन ने भी बधाई दी। इस दौरान खिलाड़ी शेराली पटनायक ने कहा कि आज बालिकाएं हर फील्ड में आगे बढ़ रही हैं। और देश का नाम रोशन कर रही है। उसका सपना है कि वह शतरंज में देश को मेडल दिलाकर देश का नाम रोशन कर सके। उसका कहना है कि पढ़ाई के साथ-साथ खेल भी जिंदगी का अहम हिस्सा होता है। खेलों के माध्यम से भी आगे बढ़ा जा सकता है।