शातिरों ने बैंक से अधिक ब्याज का झांसा देकर छह राज्यों के हजारों लोगों के करीब 300 करोड़ की धोखाधड़ी कर ली
अंबाला। कुछ शातिर दिमाग लोगों ने किम इंफ्रास्ट्रक्चर एंड डेवलपर्स लिमिटेड नाम से कंपनी रजिस्टर्ड कराई और बैंक से अधिक ब्याज का झांसा दे छह राज्यों के हजारों लोगों के करीब 300 करोड़ की धोखाधड़ी कर ली। कंपनी की तरफ से जमीन और शेयर मार्केट में निवेश के नाम पर निवेशकों से भारी भरकम राशि ली। बाद में कंपनी को दिवालिया घोषित कर दिया। कंपनी के संचालकों ने देशभर में कार्यालय खोला था।
कंपनी बनाकर जमीन और शेयर बाजार में निवेश के नाम पर लोगों को ठगा पुलिस जांच में सामने आया है कि कंपनी ने पंजाब, हरियाणा, दिल्ली में जमीन खरीदी थी। इसके दस्तावेज पुलिस ने कब्जे में ले लिये हैं। इस प्रापर्टी को मुकदमे में अटैच कर कोर्ट के माध्यम से लोगों की डूबी रकम वापस हासिल की जाएगी। अभी पुलिस पीडि़तों की सूची तैयार कर रही है।
कंपनी रजिस्टर्ड कराई और लाेगों से रकम जमा कराने के बाद कर दिया दिवालिया घोषित अंबाला छावनी की सदर पुलिस ने 16 जनवरी, 2018 को उमेश्वर झा, कंचन कुमार दत्ता, रविंद्र सिंह सिद्धू, लेखराज, संजीव, सिखदर, जगमोहन सिंह, गगनदीप, मुख्तयार सिंह, कंवलजीत सिंह और अनिल शर्मा के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर किया। पुलिस ने रविंद्र सिंह सिद्धू और खजान सिंह को गिरफ्तार कर लिया और दाेनों को रिमांड पर लिया। दोनों आरोपितों ने पांच दिन की रिमांड के दौरान बताया कि लोगों से एफडी और आरडी से मिले रुपये जमीन में निवेश किए थे। जमीन के रेट कम होने के कारण कंपनी घाटे में चली गई।
150 शाखाएं देशभर में हैं कंपनी की, हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, बिहार, दिल्ली व हिमाचल के लोगों को ठगा इसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की तो कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। पुलिस ने रविंद्र सिद्धू और खजान सिंह के साथ पंजाब के अमृतसर, पठानकोट, तरनतारन, गुरदासपुर, डेराबस्सी, होशियारपुर, हरियाणा के शाहबाद और सिरसा तथा दिल्ली में छापामारी की। जमीनों का रिकार्ड कब्जे में लेना शुरू कर दिया गया है।
12 हजार से 18 लाख तक फंसे कंपनी में निवेश करने वाले कई लोगों ने बताया कि उनके 12 हजार से 18 लाख रुपये तक फंसे हैं। हरियाणा के महेंद्रगढ़ की रीता यादव के छह लाख, कैथल के भाना राम के चार लाख, कैथल की ही ओमा देवी के चार लाख, हिसार के मनोज बंसल के 16 हजार, कुरुक्षेत्र के अजय धीमान के 36 हजार और रितिक धीमान के 52 हजार, जालंधर की सुनीता भाटिया के 1.18 लाख कंपनी में फंस गए। इसी तरह अमृतसर के रजनीश अरोड़ा के 4.15 लाख, मनीष अरोड़ा के 2.40 लाख, होशियारपुर की परमजीत कौर के 32 हजार, उत्तराखंड के पिथौरागढ़ निवासी भावना पांडे के 54 हजार, हिमाचल के चंबा की प्रेमा कोठारी के 12 हजार, धीरज के सात लाख, सोनिया विहार दिल्ली की गीता देवी के दो लाख, दिल्ली के ही रामफल के दो लाख, बिहार के छपरा की फूल कुमार देवी के एक लाख, बिहार के सिवान के रजनीश कुमार के पांच लाख रुपये ठगे गए हैं। अभी और लोगों के सामने आने की संभावना है।