सचिवालय संघ और सरकार हठधर्मिता छोड़ बातचीत का रास्ता करें अख्तियारः मोर्चा
विकासनगर। जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि सचिवालय संघ द्वारा अपनी मांगों को लेकर किए जा रहे आंदोलन एवं सरकार द्वारा की जा रही सख्ती राज्य के लिए इस समय ये दोनों बातें बहुत ही कष्टकारी साबित हो रही हैं। नेगी ने कहा कि 20-25 दिन बाद प्रदेश में आचार संहिता लागू हो जाएगी तथा प्रदेश के जनमानस से जुड़े काम इनकी लड़ाई की भेंट चढ़ जाएंगे। आमजन के हितों एवं जन सरोकार के मुद्दे से संबंधित पत्रावलियां निस्तारण के नजदीक हैं, लेकिन हड़ताल के चलते लोगों को न्याय मिलने की उम्मीद न के बराबर रह जाएगी द्य कई लोगो ने महीनों-सालों से मेहनत करके अपने हितों से जुड़ी पत्रावलियों को निस्तारण के नजदीक पहुंचाया है, लेकिन उनकी मेहनत पर पानी फिरता नजर आ रहा है। नेगी ने कहा कि यह समय बहुत ही नाजुक है तथा इस समय ही दिन-रात एक करके जन समस्या से जुड़े मुद्दों का निस्तारण तेजी के साथ होता है, लेकिन हड़ताल एवं सरकार की हठधर्मिता राज्य को बहुत पीछे धकेल देगी। नेगी ने तंज कसते हुए कहा की दो दिन पहले ही सचिवालय संघ द्वारा मा. मुख्यमंत्री का फूल बरसा कर अभिनंदन कार्यक्रम किया गया तथा अगले ही पल आंदोलन की घोषणा, जनता के गले नहीं उतर रही है। मोर्चा सरकार एवं सचिवालय संघ से मांग करता है कि हठधर्मिता छोड़ बातचीत के जरिए समस्या का निदान करने की दिशा में कदम उठाएं। पत्रकार वार्ता में नरेंद्र तोमर व सुशील भारद्वाज मौजूद थे।