विधानसभा सत्र का दूसरा दिनः विपक्ष ने सदन में किया जमकर हंगामा, माइक तोड़ा, कांग्रेसी विधायक एक दिन के लिए निलंबित
गैरसैंण। उत्तराखंड बजट सत्र के दूसरे दिन विधायी कार्य के साथ राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा हुई। कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष के तेवर तल्ख नजर आए। विपक्ष ने बेरोजगारी का मुद्दा उठाया और भर्ती घोटाला और गन्ना मूल्य बढ़ाए जाने की मांग पर सदन में खूब हंगामा किया। विपक्षी विधायकों ने माइक तोड़ दिया। जिसके चलते उन्हें एक दिन के लिए निलंबित कर दिया। वहीं, भोजन अवकाश के बाद भी कांग्रेस विधायकों ने सदन में खूब हंगामा किया। विपक्ष के रवैया से नाराज स्पीकर सदन की कार्रवाई से उठ कर चली गईं। वहीं, पांच बजे तक के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई है।
इससे पहले सदन में आर्थिक सर्वेक्षण 2022-23 पेश किया गया। रिपोर्ट में बताया गया कि प्रदेश की जीएसडीपी बढ़कर पहुंची 3.02 लाख करोड़ पहुंच गई है। वहीं, प्रति व्यक्ति आय में भी बढ़ोतरी हुई है। आर्थिक सर्वेक्षण 2022-23 में आर्थिक विकास दर 7.08 अनुमानित है। जो कि 2021-22 में थी 7.05 थी। जीएसडीपी बढ़कर पहुंची 3.02 लाख करोड़ पहुंची। जो गत वर्ष 2.65 लाख करोड़ अनुमानित थी। प्रति व्यक्ति आय बढ़कर 2.33 लाख पहुंचीं। जो कि गत वर्ष 2.05 लाख अनुमानित थी। प्रति व्यक्ति आय में 10.05 फीसदी की हुई बढ़ोतरी।
मंगलवार को कांग्रेस विधायक बड़ी संख्या में विधानसभा भवन के मुख्य गेट पर पहुंचे और विधायकों ने गन्ने का बकाया मूल्य भुगतान की मांग को लेकर हाथों में गन्ना लेकर प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस ने उन्हें अंदर जाने से रोका।
गैरसैंण में बजट सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को कार्यवाही सुबह 11 बजे से शुरू हुई। सदन में आर्थिक सर्वेक्षण 2022-23 पेश किया गया। मंगलवार को सत्र हंगामेदार रहा। विपक्ष ने बेरोजगारी का मुद्दा उठाया। विपक्ष ने नियम 310 में चर्चा की मांग की। जिसके बाद पीठ ने नियम 58 में सुनने की स्वीकृति दी और प्रश्नकाल शुरू हुआ। वहीं विशेषाधिकार हनन के मामला निरस्त करने पर विपक्ष ने सत्र में हंगामा कर दिया। विपक्ष के विधायक विधानसभा सचिव की टेबल पर चढ़ गए। जिस पर कार्रवाई करते हुए विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने सभी कांग्रेसी विधायकों को दिन भर के लिए निलंबित करने के आदेश दिए। विशेषाधिकार हनन के मामले में विपक्षी विधायक लगातार हंगामा करते रहे। इस दौरान कांग्रेस विधायकों ने कागज के गोले बनाकर पीठ की तरफ फेंके। हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही दोपहर तीन बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
दोपहर तीन बजे बाद दोबारा सदन की कार्यवाही शुरू हुई। इस दौरान निलंबन के बावजूद कांग्रेस विधायक सदन में पहुंच गए। विधायकों के साथ बसपा विधायक और निर्दलीय विधायक भी वेल पर आ गए। विधायक विनोद चमोली ने राज्यपाल के अभिभाषण धन्यवाद प्रस्ताव रखा। वहीं विपक्ष के विधायकों के हंगामे के बीच कांग्रेस विधायक मदन बिष्ट ने सदन में माइक तोड़ दिया। जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण सदन छोड़ कर चली गईं।
प्रश्नकाल और शून्य काल में विपक्ष सरकार को प्रश्नों के माध्यम से घेरने का प्रयास कर रहा है। ऐसे में मंत्रियों का इन प्रश्नों के जवाब देने के लिए किया गया होमवर्क ही उनके कार्य को दर्शाएगा। बीते विधानसभा सत्रों में मंत्री अमूमन अधूरे होमवर्क के कारण निशाने पर रहते हैं। इसलिए इस बार सरकार ने सभी मंत्रियों को सभी प्रश्नों की पूरी तैयारी करने के साथ आने को कहा गया। सत्र के दूसरे दिन भी कांग्रेस के विधायक विधानसभा के बाहर धरने पर बैठे। गन्ना किसानों की मांगों को लेकर कांग्रेस विधायक प्रदर्शन कर रहे हैं। विपक्षी विधायक गन्ने का समर्थन मूल्य बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। इस दौरान विधायक गन्ने को लेकर पहुंचे।