सीट शेयरिंग को लेकर राजनैतिक दलों में खींचतान
पटना । बिहार में अभी सीट शेयरिंग का बड़ा खेल चल रहा है। चाहे बात एनडीए की हो अथवा महागठबंधन की हो। हर कोई इस प्रॉब्लम से जूझ रहा है। इसे लेकर लोजपा का अभी नखरा चल रहा है तो बिहार के सीएम नीतीश कुमार दिल्ली पहुंच गए हैं। इधर जनता दल यू जदयू के सिपहसालार व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने बड़ा ऐलान कर दिया है। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी नसीहत दे दी है। राजनीतिक गलियारे में पीके के नाम से फेमस जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने शुक्रवार को बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि लोकसभा और राज्यसभा हम नहीं जाएंगे। इतना ही नहीं, हम 2020 में होनेवाले बिहार विधानसभा में ही उम्मीदवार नहीं होंगे। यानी उन्होंने फिलहाल खुद को विधायक की दौड़ से भी बाहर कर लिया है। प्रशांत किशोर ने 2019 में होनेवाले लोकसभा चुनाव को लेकर भी बड़ी भविष्यवाणी की है। उन्होंने कहा कि आनेवाला लोकसभा चुनाव काफी रोचक होगा। इसमें उम्मीदवारों के बीच कांटे का मुकाबला होगा। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी सीट शेयरिंग को लेकर दयालु होने की जरूरत है। बता दें कि प्रशांत किशोर ने गुरुवार को चुनाव को लेकर ट्वीट किया था। उन्होंने कहा था कि एनडीए के लिए 2019 में होनेवाले लोकसभा चुनाव काफी महत्वपूर्ण है। इसमें सफलता के लिए सभी दलों को सामूहिक ताकत लगानी होगी। उन्होंने यह भी कहा था कि एनडीए गठबंधन के सभी प्रमुख घटक दलों को इस दिशा में काम करना चाहिए। राजनीतिक गलियारों में हो रही चर्चा की मानें तो उनका इशारा सीट शेयरिंग को लेकर हो रही खींचतान पर था। गौरतलब है कि इसी साल 16 सितंबर को प्रशांत किशोर जदयू में शामिल हुए थे। 16 अक्टूबर को उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया था. इसके पहले 11 अक्टूबर को उन्हें पार्टी राज्य परिषद में शामिल किया गया था। तब से उनको लेकर बात तैर रही है कि वे चुनाव लड़ेंगे। कभी यह बात उठती है कि लोकसभा चुनाव के उम्मीदवार होंगे तो कभी कहा जाता है कि वे विधानसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमाएंगे। लेकिन एक बार उन्होंने फिर साफ कर दिया कि फिलहाल 2019 और 2020 का चुनाव वे नहीं लड़ेंगे और न ही राज्यसभा में जाएंगे।