जोधपुर जेल से रिहा हुए सलमान खान, सात मई को कोर्ट में फिर होंगे पेश
जयपुर। सलमान खान को जोधपुर सेंट्रल जेल से रिहा कर दिया गया है। वह जोधपुर एयरपोर्ट से चार्टर्ड प्लेन में मुंबई के लिए रवाना हो गए हैं। सलमान को आज दोहपर जोधपुर सेशंस कोर्ट से काला हिरण शिकार मामले में जमानत मिल गई। 50 हजार के दो निजी मुचलकों पर जमानत दी गई है। जोधपुर के व्यवसायी राजकुमार शर्मा एवं चंपालाल सोनी ने कोर्ट में 25-25 हजार रुपये के मुचलके पेश कर जमानत दी। जमानत मिलने के बाद सलमान के वकील महेश बोड़ा ने कहा कि हमें न्याय मिला। बिश्नोई समुदाय के वकील ने बताया कि सलमान देश कोर्ट के आदेश के बिना नहीं छोड़कर जा सकते। सलमान को 7 मई को फिर से कोर्ट में पेश होना पड़ेगा।
सेशंस कोर्ट के जज रवींद्र जोशी ने ट्रांसफर होने के बावजूद आज सलमान की जमानत याचिका पर सुनवाई की। मामले की सुनवाई से पहले सत्र न्यायाधीश रवींद्र कुमार जोशी और सलमान को सजा सुनाने वाले सीजेएम देव कुमार खत्री के बीच चैंबर में बातचीत भी हुई।
सलमान को नहीं दिया गया कोई VIP ट्रीटमेंट
खबरें आ रही थीं की सलमान को जेल में वीआइपी ट्रीटमेंट दिया जा रहा है। इन सभी खबरों को जेल अधिकारी ने सिरे से खारिज किया है। जेल अधिकारी ने कहा कि सलमान को जेल में कोई वीआइपी ट्रीटमेंट नहीं दिया जा रहा है। उन्हें जेल का खाना ही खाने को दिया जा रहा है। जेल अधिकारी ने यह भी कहा कि जेल में कोई सेल्फी नहीं ली गई ।
इस बीच जेल में सलमान की पहली (गुरुवार) रात बेचैनी में कटी।बताया गया है कि रात में सोने से पहले सलमान ने उसी जेल में बंद दुष्कर्म के आरोपित ‘कथावाचक’ आसाराम से थोड़ी बात भी की। उल्लेखनीय है कि सलमान को जोधपुर के निकट कांकणी गांव में एक अक्टूबर, 1998 की रात दो काले हिरण की गोली मारकर हत्या करने के अपराध में गुरुवार को पांच साल जेल और दस हजार जुर्माने की सजा सुनाई गई।
सरकारी वकील की दलील
बिश्नोई समाज के वकील महिपाल बिश्नोई ने बताया कि क्योंकि यह मामला लंबे समय से चल रहा है। ऐसे में सरकारी वकील की तरफ से सेशंस कोर्ट में दलील दी गई कि सीजेएम कोर्ट के रिकॉर्ड भी देखने होंगे। ऐसे में जमानत को एक दिन टालने में इस दलील को अहम माना जा रहा है।
सलमान के वकील की दलील
वकीलों ने कहा कि अन्य आरोपियों की तरह सलमान खान को भी संदेह का लाभ मिलना चाहिए। इसके अलावा उनके वकील का कहना था कि इस फैसले को आने में 20 साल का समय लगा, ऐसे में उनके ये 20 साल भी सजा से कम नहीं थे। सलमान के वकीलों ने कोर्ट में पेश हुए गवाहों पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि वे भरोसे के लायक नहीं हैं। उन्होंने कहा कि सलमान के कमरे से हथियार नहीं मिले हैं, साथ ही उनकी जिप्सी को लेकर भी सवाल उठाए हैं।
चार स्तरीय सुरक्षा घेरा
सलमान को जिस बैरक नंबर दो में रखा गया है, वहां का सुरक्षा घेरा चार स्तरीय है। यहां तक किसी अन्य व्यक्ति की पहुंच नहीं होती। बताया गया है कि इस बैरक में सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण लोगों को ही रखा जाता है।
आसाराम ने ऑफर किया टिफिन, पर नहीं खाया
जोधपुर की सेंट्रल जेल में कैदी नंबर 106 यानी सलमान ने पहली रात (गुरुवार) काफी बेचैनी में काटी। वह रातभर अपनी बैरक में टहलते रहे, कभी खड़े होते तो कभी बैठ जाते। सुबह करीब साढ़े तीन बजे नींद आई और आठ बजे जग गए। शुक्रवार सुबह चाय के साथ मीठा दलिया खाया। लेकिन दोपहर में सामान्य कैदियों वाला भोजन लेने से इनकार कर दिया।
सलमान की बहन अलवीरा ने गुरुवार को जेल की कैंटीन में 400 रपए जमा कराए थे। इनसे ही शुक्रवार को ब्रेड और बटर मंगाकर खाया। हालांकि, पास की ही बैरक में रह रहे आसाराम ने अपना टिफिन ऑफर किया, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। कोर्ट की अनुमति से आसाराम का भोजन उनके आश्रम से आता है। आसाराम और सलमान का बाथरूम एक ही है, जिसमें मिट्टी का एक मटका और लोटा रखा हुआ है। जमीन पर बिछाने के लिए एक दरी और चार कंबल दिए गए हैं। हवा के लिए एक पंखा है। उन्होंने सामान्य कैदियों वाले कपड़े पहनने से भी इनकार कर दिया है।