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*रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में पालक भी मद्दगार साबित होता हैः-डाॅ.रवि नंदन मिश्र

पालक अमरन्थेसी कुल का फूलने वाला पादप है, जिसकी पत्तियाँ एवं तने शाक के रूप में खाये जाते हैं। पालक में खनिज लवण तथा विटामिन पर्याप्त रहते हैं ।
कई प्रकार की मिट्टियों में पालक सुगमता से उगाया जा सकता है, पर बलुई, दुमट, सादमय दुमट (silty loams) तथा दुमट भूमियों पर अधिक अच्छा उगता है। अम्लता को यह अधिक सहन कर सकता है। यथेष्ट बुद्धि के लिए इसको 6.0 से 7.0 पीएच की आवश्यकता है। पानी के निकास का अच्छा प्रबंध आवश्यक है, अन्यथा पत्तियों में बीमारी लग जाती है। इसमें प्रति एकड़ 75 से 100 पाउंड नाइट्रोजन की आवश्यकत होती है, जो आंशिक रूप से ऐमोनियम्‌ सल्फेट के रूप में, कई बार करके, प्रत्येक कटाई के बाद दी जाती है। अधिक अच्छा होगा कि खाद पहले वाली फसल को दी जाए।
पालक में जो गुण पाये जाते है वे समान्यत:अन्य सब्जियों में नहीं पाये जाते। पालक में लोहे का अंश भी बहुत अधिक रहता है, पालक में मौजूद लोहा शरीर द्वारा आसानी से सोख लिया जाता है।
*इसमें पाए जाने वाले तत्वों में मुख्य रूप से कैल्शियम, सोडियम, क्लोरीन, फास्फोरस, लोहा, खनिज लवण, प्रोटीन, श्वेतसार, विटामिन ‘ए’ एवं ‘सी’ आदि उल्लेखनीय हैं। इन तत्वों में भी लोहा विशेष रूप से पाया जाता है।पालक की शाक वायुकारक, शीतल, कफ बढ़ाने वाली, मल का भेदन करने वाली, गुरु (भारी) विष्टम्भी (मलावरोध करने वाली) मद, श्वास,पित्त, रक्त विकार एवं ज्वर को दूर करने वाली होती है।*
*गर्मी का नजला, सीने और फेफड़े की जलन में भी यह लाभप्रद है। यह पित्त की तेजी को शांत करती है, गर्मी की वजह से होने वाले पीलिया और खाँसी में यह बहुत लाभदायक है।*स्त्रियों के लिए पालक का शाक अत्यंत उपयोगी है। युवतियां यदि अपने चेहरे का नैसर्गिक सौंदर्य एवं रक्तिमा (लालिमा) बढ़ाना चाहती हैं, तो उन्हें नियमित रूप से पालक के रस का सेवन करना चाहिए। प्रयोग से देखा गया है कि पालक के निरंतर सेवन से रंग में निखार आता है। इसे भाजी (सब्जी) बनाकर खाने की अपेक्षा यदि कच्चा ही खाया जाए, तो अधिक लाभप्रद एवं गुणकारी है। पालक से रक्त शुद्धि एवं शक्ति का संचार होता है।*
*रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए*
रोग मुक्त रहने के लिए इम्यनिटी का मजबूत रहना बहुत जरूरी है। पालक में विटामिन-ई की मात्रा भरपूर रूप में पाई जाती है और विटामिन-ई रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का काम कर सकता है l
*त्वचा को हाइड्रेट रखने में (Hydrate)*
आपकी त्वचा को हाइड्रेट करने के लिए भी आप पालक का इस्तेमाल कर सकते हैं। पालक में विटामिन-सी की मात्रा पाई जाती हैl विटामिन-सी में ऐसे गुण मौजूद होते हैं ,जो त्वचा के हाइड्रेशन को सुधारने में मदद कर सकते हैं ।
*एंटी एजिंग लाभ*
सूरज की हानिकारक यूवी किरणों की वजह से स्किन-एजिंग का जोखिम बढ़ सकता है। यहां पालक में मौजूद एमिनो एसिड स्किन एजिंग की समस्या में राहत दिला सकता हैl
*शरीर को आराम पहुंचाता हैl*
दिन-भर काम करने के बाद अगर आपको थकावट महसूस होती है, तो निश्चिंत रहिए क्योंकि पालक खाने के फायदे में शरीर को आराम पहुंचाना भी शामिल है। पालक में कैल्शियम की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है। एक वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार कैल्शियम का सेवन करने से शरीर की मांसपेशियों को आराम मिलता हैl
*हार्ट अटैक के खतरे में*
हार्ट अटैक के खतरे से बचे रहने के लिए भी आप पालक का सेवन कर सकते हैं।  पालक नाइट्रेट पोषक तत्व से भरपूर सब्जियों में गिना जाता है, जो स्ट्रोक और हार्ट अटैक की वजह से होने वाली मौत के जोखिम को कम कर सकता है
*आयरन की कमी को पूरा करे ।*
आमतौर पर पालक को आयरन की पूर्ति के लिए ही जाना जाता है और जैसा कि हमने आपको ऊपर बताया कि आयरन की कमी से एनीमिया का खतरा हो सकता है । शरीर में आयरन की पूर्ति के लिए आप पालक का सेवन कर सकते हैं।
*मस्तिष्क स्वास्थ्य और तंत्रिका तंत्र (Nervous Function) के लिए*
जैसा कि आपको ऊपर भी बताया गया है कि पालक में कैल्शियम की मात्रा पाई जाती और कैल्शियम नर्वस सिस्टम के कार्य को सामान्य रूप से चलने में मदद कर सकता है ।
मस्तिष्क स्वास्थ्य के लिए भी पालक के फायदे देखे जा सकते हैं। पालक मस्तिष्क-स्वस्थ के लिए उपयोगी विटामिन-के, ल्यूटिन, फोलेट और बीटा कैरोटीन जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होता है। पालक का सेवन  याददास्त शक्ति को मजबूत करने का काम कर सकता है।
*कैल्सीफिकेशन (Calcification) के इलाज में*
कैल्सीफिकेशन एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें कैल्शियम शरीर के टिश्यू में जमा होने लगता हैं, जिससे टिश्यू कठोर हो जाते हैं। यह एक सामान्य या असामान्य प्रक्रिया हो सकती है। यहां पालक की एक अहम भूमिका देखी जा सकती है। पालक आयरन से समृद्ध होता है और आयरन कैल्सीफिकेशन की प्रक्रिया को रोकने का काम कर सकता है। पालक में मौजूद ऑक्सेलिक एसिड, कैल्शियम के अवशोषित होने से रोकता है।
*पाचन स्वास्थ्य(Gastrointestinal Health) के लिए*
गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल पाचन तंत्र से संबंधित होता है। पाचन तंत्र गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट (Gastrointestinal Tract) लीवर, अग्न्याशय (Pancreas) और पित्ताशय (Gallbladder) से बना होता है, जो शरीर में भोजन ग्रहण करने से लेकर भोजन को पचाने में मदद करता है । यहां पालक की एक अहम भूमिका देखी जा सकती है, क्योंकि पालक फाइबर और पानी से भरपूर होता है । फाइबर मुख्य रूप से खाने को पचाने का कार्य करता है । इसके अलावा, फाइबर गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट को स्वस्थ रखने के लिए पेट के कैंसर से बचाव कर सकता है और कब्ज जैसे समस्याओं पर प्रभावी रूप से काम कर सकता है।
*एंटी-इन्फ्लामेट्री (Anti-inflammatory)के रूप में*
पालक आपके स्वास्थ्य को मजबूत बनाने के लिए एंटी-इन्फ्लामेट्री के रूप में भी कार्य करता है। दरअसल, एंटी-इन्फ्लामेट्री क्रिया सूजन को कम करने और क्रानिक इन्फ्लेमेशन को ठीक करने का गुण रखती है। इसलिए, पालक को एंटी-इन्फ्लामेट्री आहार के रूप में उपयोग करने की सलाह दी जाती है।
*एनीमिया (Anemia) के खतरे को कम करने में*
एनीमिया (शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं की कमी) का सबसे ज्यादा खतरा गर्भावस्था के दौरान देखने को मिलता है। आयरन की कमी के कारण यह स्थिति उत्पन्न हो सकती है । एनीमिया के जोखिम को कम करने के लिए आयरन की भरपूर मात्रा की आवश्यकता होती है, जो पालक  द्वारा पूरी की जा सकती है।
*ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए*
पालक खाने के फायदे ब्लड प्रेशर से होने वाले जोखिम को कम कर सकता है। पालक में नाइट्रेट की मात्रा पाई जाती है। नाइट्रेट युक्त पालक ब्लड प्रेशर को कम करने में लाभदायक परिणाम दिखा सकता है। साथ ही साथ यह स्थिति हृदय स्वास्थ्य को भी लाभ पहुंचाने के काम आ सकती है।
*हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए*
हड्डियों को स्वस्थ रखने के लिए कैल्शियम सबसे जरूरी पोषक तत्व है, जो हड्डियों के निमार्ण से लेकर उनके विकास में मदद करता है और उन्हें मजबूती प्रदान करता है। पालक में कैल्शियम और विटामिन के पाए जाते हैं, इसलिए हड्डियों के स्वास्थ्य को बरकरार रखने के लिए आप पालक को दैनिक आहार में शामिल कर सकते हैं ।
*आंखों को स्वस्थ रखें*
आंखों की समस्या से बचे रहने के लिए भी आपको पालक के फायदे लाभ पहुंचा सकते हैं। दरअसल,  आंखों की दृष्टि को स्वस्थ रखने के लिए गहरे हरे रंग के पत्तेदार साग का सेवन करने की सलाह दी जाती है, जिनमें से एक पालक भी है । पालक में विटामिन-ए और विटामिन-सी पाया जाता है, जो मुख्य रूप से आंखों में होने वाले मैक्यूलर डीजेनरेशन (Macular Degeneration – नेत्र रोग) के खतरे को कम कर सकता है।
इसके अलावा, पालक में ल्यूटिन (Lutein) और जियाजैंथिन (Zeaxanthin) नामक यौगिक पाए जाते हैं। ल्यूटिन और जियाजैंथिन का सेवन एंटीऑक्सिडेंट गुण की तरह कार्य करता है, जो मैक्युला (रेटिना का केंद्र बिंदु) में पिगमेंट डेनसिटी को सुधारने में अहम भूमिका निभा सकता है ।
*कैंसर से सुरक्षा प्रदान करे*
कैंसर के लिए भी पालक का प्रयोग फायदेमंद साबित हो सकता है। दरअसल, पालक बीटा कैरोटीन और  विटामिन-सी से समृद्ध होता है और ये दोनों पोषक तत्व विकसित हो रही कैंसर कोशिकाओं से सुरक्षा प्रदान कर सकते है। इसके अतिरिक्त ये एक एंटीऑक्सीडेंट की तरह फ्री-रेडिकल्स और कार्सिनोजन (Carcinogens – एक पदार्थ जिससे कैंसर हो सकता है) को भी रोक सकते हैं।
*वजन घटाने के लिए*
अगर आप भी बढ़े हुए वजन से परेशान हैं, तो पालक का सेवन वजन घटाने में मदद कर सकता है। ऐसा इसलिए संभव हो सकता है, क्योंकि पालक में वजन घटाने संबंधित गुण पाए जाते हैं। दरअसल, वजन घटाने के लिए सबसे जरूरी है कि आप कैलोरी की कम मात्रा का सेवन करें। पालक एक कम कैलोरी वाला खाद्य पदार्थ है, जिसे आहार में शामिल कर आप अपने बढ़ते वजन को नियंत्रित करने का काम कर सकते हैं । एक अन्य वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार यह बताया गया कि पालक का सेवन स्वस्थ वजन बनाए रखने के लिए भी किया जा सकता है ।
*मांशपेशियों को स्वस्थ बनाने के लिए*
पालक शरीर की मांसपेशियों को मजबूत बनाने के लिए भी फायदेमंद साबित हो सकते हैं क्योंकि पालक में आयरन की मात्रा पाई जाती। विशेषज्ञों के द्वारा किए गए एक वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार यह बताया गया कि पालक में मौजूद आयरन मांसपेशियों को स्वस्थ बनाए रखने में मदद कर सकता है।
*बालों के विकास के लिए*
बालों के विकास के लिए मिनरल मुख्य भूमिका निभा सकते हैं। पालक में बालों के उपयोगी कई मिनरल की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है। पालक में जिंक, मैग्नीशियम और आयरन की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है और एक वैज्ञानिक शोध में यह बताया गया है कि यह मिनरल बालों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं ।
*बालों को झड़ने से रोकता है*
बालों को झड़ने से रोकने के लिए भी पालक के फायदे देखे जा सकते हैं। दरअसल, जिंक की कमी बालों के झड़ने का एक मुख्य कारण हो सकती है । पालक में जिंक और मैग्नीशियम की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है । आप पालक को खाने में इस्तेमाल करके जिंक और मैग्नीशियम की पूर्ति कर सकते हैं, जिससे बालों का झड़ना रुक सकता है।
*पालक खाने का सही समय और सही तरीका*
पालक को आप इस प्रकार खा सकते हैं-
पालक को आप सब्जी के रूप में खा सकते हैं।
हरी सलाद में पालक का प्रयोग किया जा सकता है।
पालक को आप जूस बनाकर पी सकते हैं।
पालक को आप दाल के साथ पका कर खा सकते हैं।
पालक का इस्तेमाल पराठे में किया जा सकता है।
पालक को आप पनीर के साथ सब्जी बनाकर खा सकते हैं।
*पालक खाने का सही समय*
पालक के जूस के फायदे देखते हुए इसके जूस का सेवन सुबह किया जा सकता है।
आप रात में सब्जी के रूप में पालक को खा सकते हैं।
हरी सलाद के रूप में पालक का सेवन किया जा सकता है।
इस आलेख में दी गई जानकारियाँ समान्य मान्यताओं पर आधारित है।
*डाॅ.रवि नंदन मिश्र*
*असी.प्रोफेसर एवं कार्यक्रम अधिकारी*
*राष्ट्रीय सेवा योजना*
( *पं.रा.प्र.चौ.पी.जी.काॅलेज,वाराणसी*) *सदस्य- 1.अखिल भारतीय ब्राम्हण एकता परिषद, वाराणसी,*
*2. भास्कर समिति,भोजपुर ,आरा*
*3.अखंड शाकद्वीपीय  एवं*
*4. उत्तरप्रदेशअध्यक्ष – वीर ब्राह्मण महासंगठन,हरियाणा*
*मोबाइल नंबर- 776698951*
*ह्वाटसाॅप नंबर-8765254245*
*ईमेल- kumudravi90@gmail.com*

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