रविवार को भाजपा को छोड़कर कांग्रेस में जाने के फैसले के पीछे की वजहों का शत्रुघ्न सिन्हा ने किया खुलासा

पटना। दिग्गज बॉलीवुड अभिनेता एवं राजनेता शत्रुघ्न सिन्हा ने रविवार को भाजपा को छोड़कर कांग्रेस में जाने के फैसले के पीछे की वजहों का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि कांग्रेस चूंकि ‘सही मायने’ में राष्ट्रीय पार्टी है, इस वजह से मैंने उसके साथ जाने का फैसला किया। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने मुझको ऐसा करने की सलाह दी थी। सिन्हा ने कहा कि भाजपा से मेरा जुड़ाव काफी लंबा होने के कारण इसे छोड़ना मेरे लिए पीड़ादायी था। मैं लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, अरुण शौरी और यशवंत सिन्हा जैसे दिग्गजों के साथ हुए व्यवहार से आहत हूं। भाजपा ने मौजूदा लोकसभा चुनावों में आडवाणी और जोशी जैसे दिग्गज नेताओं को टिकट नहीं दिया है। पार्टी में पहले लोकशाही थी लेकिन अब तानाशाही आ गई है। सिन्हा ने कहा कि मैंने साल 2014 में पटना साहिब सीट से खुद के बलबूते पर चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी। मुझे उम्मीद है कि इस साल मैं पिछला रिकॉर्ड भी तोड़ दूंगा।
सिन्हा ने बताया कि मुझको तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल की ओर से भी उनके दलों में शामिल होने का न्योता मिला था। लेकिन मैंने साफ कर दिया था कि चाहे कैसी भी परिस्थितियां बने मैं पटना साहिब से ही चुनाव लड़ूंगा। कांग्रेस में जाने का फैसला लेने की कई वजहें हैं। कांग्रेस में महात्मा गांधी, वल्लभभाई पटेल, जवाहरलाल नेहरू जैसे महान नेता रहे हैं। कांग्रेस ने आजादी की लड़ाई में अहम भूमिका निभाई। इसके अलावा हमारे पारिवारिक मित्र लालू प्रसाद यादव ने भी मुझको कांग्रेस में शामिल होने की सलाह दी थी। उन्होंने कहा था कि मैं आपके साथ हूं और आगे भी रहूंगा। इसके बाद मैंने कांग्रेस में जाने का फैसला लिया। बता दें कि पटना साहिब संसदीय क्षेत्र से सांसद शत्रुघ्न सिन्हा भाजपा छोड़ने का एलान कर चुके हैं। दरअसल, शत्रुघ्न सिन्हा भाजपा में रहते हुए मुखर होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के और पार्टी नेतृत्व खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे थे। उन्हें भाजपा ने इस बार लोकसभा चुनाव में टिकट भी नहीं दिया था। ऐसे में उनके कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें जोर पकड़ने लगी थीं।