राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष श्री मनहर वालजी भाईजाला की अध्यक्षता सचिवालय सभाकक्ष में समीक्षा हुई बैठक
देहरादून। शुक्रवार को सचिवालय सभाकक्ष में राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष श्री मनहर वालजी भाईजाला की अध्यक्षता में सम्बन्धित विभागाध्यक्षों के साथ समीक्षा बैठक हुई। अध्यक्ष श्री मनहर वालजी भाईजाला ने बैठक में कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के संकल्प से गरीब एवं सफाई कर्मचारी वर्ग के लोगों के कल्याण का बीड़ा उठाया है। उन्होंने प्रधानमंत्री को बधाई देते हुए विश्वास दिलाया कि उनके संकल्प से गरीब एवं सफाई कर्मचारियों को शत प्रतिशत आवास प्राप्त हो जायेंगे। उन्होंने कहा कि आयोग द्वारा प्रदेश के दो दिवसीय दौरे पर समस्त सफाई कर्मियो से भेंट की गयी तथा उनकी समस्या को सुना गया। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री मोदी को गरीब एवं सफाई कर्मियों के कल्याण की चिंता है। उसी कड़ी में राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग समस्त राज्यों में सफाई कर्मीयों की समस्या से रूबरू हो रहा है। तथा राज्य सरकार के अधिकारियों से उनकी समस्या के बारे में समाधान करा रहा है। मनहर वालजी भाईजाला ने कहा कि सफाई कर्मी अपने इस कठिन कार्य के कारण वे पढ़ाई में पीछे रह गये जिसके कारण उनकी समस्यायें आज भी बनी हुई है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सरकार द्वारा अधिनियम बनाये गये हैं, किन्तु अनका ठोस क्रियान्वयन नही हो पाता है। उन्होंने सफाई कर्मियों हेतु गठित मैनुअल स्क्वैंजर एक्ट 2013 में गठित समितियों को सक्रिय करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने राज्यस्तरीय निगरानी समिति को सक्रिय करने तथा जिला निगरानी समिति के गठन का मानक के अनुरूप नामित कर अधिनियम के उद्देश्य को पूरा करने के निर्देश दिये। उन्होने कहा कि सफाई कर्मियों की उन्नति से समाज व देश की उन्नति होगी। उन्होंने समस्त सफाई कर्मियों को कष्ट से मुक्ति दिलाने हेतु प्रधानमंत्री द्वारा संचालित स्वच्छ भारत अभियान में बनाये जा रहे टायलेट निर्माण के लिये उनका धन्यवाद दिया तथा प्रदेश में सफाई के दौरान मृत कर्मियों के परिजनों की मदद की प्रगति की अद्यतन जानकारी ली तथा मुआवजे हेतु अवशेष 3 सफाई कर्मियों के परिजनों को तुरन्त मुआवजा दिलाने व उनके पुनर्वास की व्यवस्था के निर्देश दिये जिस पर मुख्य सचिव श्री उत्पल कुमार सिंह ने ऐसे प्रकरणों के समाधान के लिए एक नोडल अधिकारी नियुक्ति के निर्देश दिये व अवशेष मुआवजा प्रकरणों को 1-2 माह में हल करने के संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये। समाज कल्याण विभाग के अधिकारी द्वारा बताया गया कि देहरादून में 3 तथा हरिद्वार में 3 सफाई कर्मी, गटर की सफाई के दौरान मृत हुए थे जिनमें से देहरादून के एक मृत कर्मी के परिजन को 10 लाख रूपए का मुआवजा दे दिया गया है। दूसरे प्रकरण में समस्त औपचारिकताए पूर्ण हो गई है, जो एक माह में जारी हो जायेगा। अवशेष एक प्रकरण में कार्यवाही गतिमान है। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा समस्त प्रभावित परिवारों को 2-2 लाख की अहैतुक सहायता घटना के तुरन्त बाद उपलब्ध करा दी गई थी। हरिद्वार प्रकरण में दो दिवंगत कर्मियों के परिजनों के मुआवजा प्रकरण अन्तिम चरण पर है।
सदस्य आयोग सुश्री मंजू दलेर द्वारा तीसरे प्रकरण में हो रही देरी पर नाराजगी व्यक्त करते हुए अविलम्ब मुआवजा राशि परिजनों को जारी करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि ऐसे संवेदनशील मामलों में सम्बन्धित अधिकारी व्यक्तिगत रूचि ले कर कार्य करें। उन्होंने सफाई कर्मियों हेतु सरकार द्वारा संचालित पुनर्वास एवं रोजगार परक योजनाओं का शत- प्रतिशत लाभ गरीब एवं सफाई कर्मियों को दिलाने के निर्देश दिये। इस अवसर पर मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने आयोग के अध्यक्ष एवं सदस्य को आश्वस्त किया कि उनके द्वारा दिये गये दिशा निर्देशों का शत प्रतिशत अनुपालन किया जायेगा।
बैठक में राज्य सफाई आयोग उत्तराखण्ड के अध्यक्ष अमीलाल एवं राष्ट्रीय आयोग अध्यक्ष के प्रमुख निजी सचिव महेन्द्र प्रसाद ने अधिकारियों को सम्बोधित किया। बैठक में डीजी लॉ एण्ड आर्डर अशोक कुमार, आईजी पुष्पक ज्योति, सचिव पेयजल ए.एस.ह्ंयाकी, अपर सचिव शहरी विकास विनोद कुमार सुमन, प्रबन्ध निदेशक वित्त विकास निगम भूपाल सिंह मनराल, सचिव समाज कल्याण एल.फैनई आदि उपस्थित थे।