Uttarakhand
राज्य कर विभाग द्वारा जीएसटी एन द्वारा विकसित की गई नई रिटर्न्स से सम्बन्धित जानकारी स्टेकहोल्डर्स तथा कर अधिकारियों को दी गई
देहरादून। राजपुर रोड़ स्थित एक होटल में राज्य कर विभाग द्वारा जीएसटी एन द्वारा विकसित की गई नई रिटर्न्स से सम्बन्धित जानकारी स्टेकहोल्डर्स तथा कर अधिकारियों को दी गई। प्रशिक्षण के पहले सत्र में यह कार्यशाला राज्य कर अधिकारियों और केन्द्रीय कर अधिकारियों को सयुंक्त रूप से प्रदान की गई।
जीएसटी एन के प्रवक्ता कपिल जोशी द्वारा कार्यक्रम में विभिन्न शंकाओं का समाधान किया गया। जी.एस.टी.एन द्वारा विकसित इस रिटर्न प्रणाली के सुगम और सहज प्रारूपों के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी गई। राज्य के सभी व्यवसायियों को इसका लाभ देने के उद्देश्य से द्वितीय चरण में गढ़वाल जोन के सभी स्टेकहोल्डर्स को प्रशिक्षण दिया गया। प्रथम पाली में कर विभाग के 80 और द्वितीय पाली में 150 स्टेकहोल्डेर्स ने प्रतिभाग किया। नई रिटर्न्स के ऑफलाइन टूल के बारे में बताया गया कि यह रिटर्न्स पूर्व की जी.एस.टी और 1,2 तथा 3बी के स्थान पर अप्रैल 2020 से लागू किया जाना प्रस्तावित है जो कि ट्रायल के लिए जी.एस.टी की वेबसाइट पर उपलब्ध है। स्टेकहोल्डर्स से अनुरोध किया गया कि वे अधिक से अधिक ट्रायल करके फीडबैक जी.एस.टी.एन को उपलब्ध कराएं जिससे कि इस सम्बन्ध में हो रही कठिनाइयों का निराकरण रिटर्न्स को लागू करने से पूर्व ही किया जा सके। अपर आयुक्त विपिन चन्द्र ने बताया कि अन्य सभी राज्यो के साथ-साथ उत्तराखंड राज्य के 13 हजार व्यापारियों द्वारा ट्रायल वर्जन में नई रिटर्न्स भरे जाने का टारगेट केंद्र सरकार द्वारा दिया गया है जिससे अधिकाधिक संख्या में फीडबैक प्राप्त हो सके।
इस मौके पर केन्द्रीय कर विभाग देहरादून के स्पीकर गौतम थपलियाल द्वारा सबका विश्वास योजना 2019 जिसके अंतर्गत केन्द्रीय उत्पाद शुल्क एवं सेवा कर के पूर्व विवादो का निस्तारण एवं स्वैच्छिक प्रकटन के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। यह अपील की गई की करदाता इस योजना का अधिक से अधिक लाभ उठाये । कार्यशाला में अपर आयुक्त राकेश टंडन, संयुक्त आयुक्त राकेश वर्मा एवं अरुण कुमार सहित राज्य तथा केंद्रीय कर विभाग के सभी मास्टर ट्रैनर उपस्थित रहे।