राजस्थान के नागौर जिले में दो युवकों के साथ बर्बरतापूर्वक मारपीट करने वाले सात लोगों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
जयपुर/जोधपुर। राजस्थान में दलित अत्याचार का बड़ा मामला सामने आया है।यहां के नागौर जिले करणू गांव में दो दलित युवकों के साथ बर्बर ढंग से मारपीट किए जाने एक और एक युवक के गुप्तांग में पेट्रोल डाले जाने की घटना सामने आई है। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। इस मामले में पुलिस ने सात लोगों को गिरफ्तार किया है और महानिरीक्षक स्तर के एक अधिकारी को गहन जांच के लिए मौके पर भेजा गया है। घटना 16 फरवरी की है। करणू गांव के ओम ऑटो मोबाइल होंडा मोटरसाइकिल एजेंसी पर दोपहर के समय दो लड़के विसाराम नायक और उसका चचेरा भाई भाई पन्नाराम एजेंसी पर बाइक की सर्विस के लिए गए थे और यहां चोरी का आरोप लगा कर इन दोनों युवकों के साथ मारपीट और गुप्तांग में पेट्रोल में डालने की घटना हुई। पुलिस का दावा है कि पांचैडी के थानाधिकारी को 19 फरवरी को सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद इस घटना का पता चला। थानाधिकारी ने घटनाक्रम के बारे में पता किया और इसके बाद पीड़ित युवकों की ओर से रिपोर्ट दर्ज कराई। रिपोर्ट में कहा गया कि उनके साथ भीव सिंह, आईदान सिंह, जसु सिंह, सवाई सिंह, लिछमण सिंह, हडमान सिंह व गणपतराम सोनी ने मिलकर चोरी का आरोप लगाकर रबड़ की बेल्ट व मुक्कों से मारपीट की व सर्विस सेंटर के पीछे लोहे के पेचकश के आगे कपडा बांधकर विसाराम के गुप्तांगों में पेट्रोल डाला। साथ ही, जाति सूचक गालियां देकर धमकियां दीं व एजेंसी में बंधक बनाकर बैठा दिया। विसाराम के बड़े भाई दुर्गाराम को बुलाकर 5100 रुपये जुर्माना लगाया।
विसाराम की हालत खराब होने पर तांतवास अस्पताल से प्राथमिक उपचार करवाकर घर छोड़ दिया। राजस्थान के अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस, सिविल राईट्स डाॅ. रवि प्रकाश ने बताया कि इस मामले में आईपीसी और एससी एसटसी एक्ट की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। वहीं, दूसरे पक्ष की ओर से भी इन युवकों के ख्लिााफ 50 हजार रुपये चोरी करने की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। उन्होंने बताया कि इस मामले में पुलिस ने मारपीट करने वाले सात लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें हनुमान सिंह राजपूत, आईदान सिंह, भीम सिंह तथा घटना में शामिल अन्य मुल्जिमान छेल सिंह, रघुवीर सिंह, रहमतुल्लाह एवं छत्तर सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि महानिरीक्षक पुलिस, मानवाधिकार बिपिन कुमार पाण्डेय को जांच के लिए नागौर भेजा गया है।
राहुल गांधी ने कहा, एक्शन ले सरकार कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने दलित युवकों के साथ हुए इस क्रूरतापूर्ण व्यवहार को बहुत भयावह बताया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि वीडियो से जाहिर हो रहा है कि दो दलित युवकों के साथ क्रूरतापूर्वक अत्याचार किया जा रहा है। यह बहुत भयावह और कुत्सित है। सरकार तुरंत कार्रवाई करे।
किसी को बख्शा नहीं जाएगाः गहलोत वहीं, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि इस मामले में तत्काल और प्रभावी कार्रवाई की गई है और सात आरोपितों को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है। इस मामले में किसी को बख्शा नहीं जाएगा।
एक साल में बढ़े 47 प्रतिश तमामले राजस्थान में दलित अत्याचार के मामले तेजी से बढ रहे है और सरकार इन पर रोक नहीं लगा पा रही है। वर्ष 2019 की बात करें तो पुलिस की रिपोर्ट के अनुसार अनुसूचित जाति अत्याचार के कुल 6794 मामले दर्ज किए गए और वर्ष 2018 के मुकाबले इनमें 47.47 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। पिछले वर्ष सबसे चर्चित मामला अलवर के थानागाजी में दलित युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना का था। दलित युवतियों के साथ दुष्कर्म के 554 मामले दर्ज हुए और इन मामलों में 2019 में 46.17 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
विधानसभा में भी उठा मामला उधर, यह मामला विधानसभा में भी उठा। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के तीन विधायक नारायण बेनीवाल, पखराज गर्ग और इंदिरा विश्नोई ने मुख्यमंत्री के बजट भाषण की शुरूआत में ही सदन में तख्तियां लहरा कर कार्रवाई की मांग की। इन विधायकों का आरोप है कि पुलिस को दो दिन पहले ही मामले का पता चल गया था, लेकिन पुलिस ने पहले मामला रफादफा करने की कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली तो रिपोर्ट दर्ज करनी पड़ी। ये तीनों विधायक विधानसभा के बाहर धरने पर बैठ गए। वहीं, भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि यह मामला बेहद गंभीर है और मानसिक विकृति को दिखाने के साथ ही सरकार की नाकामी को भी सामने लाता है। नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने दलित युवकों के साथ मारपीट की घटना को मानवता को शर्मसार करने वाली बताया है।
जोधपुर में प्रदर्शन नागौर जिले में चोरी के आरोप में युवकों को पीटने के खिलाफ जोधपुर में दलित संगठनों ने कलेक्ट्रेट के बाहर प्रदर्शन किया और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद पीड़ित युवकों से संपर्क कर सात आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज किया ,ज़िनमें से पांच को गिरफ्तार कर लिया गया है। गुरुवार को इस मामले खिलाफ दलित संगठनों ने जोधपुर कलेक्ट्रेट के बाहर प्रदर्शन किया।