धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाने के विरोध में प्रदर्शन, डीएम को सौंपा ज्ञापन
देहरादून। मुस्लिम समाज से जुड़े लोग मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाए जाने का विरोध कर रहे हैं। मुस्लिम समाज से जुड़े लोग ने डीएम कार्यालय के बाहर पहुंचे और प्रदर्शन किया। शहर काजी मोहम्मद अहमद काजमी की अगुवाई में मुस्लिम समाज से जुड़े लोगों ने अपनी मांगों को लेकर सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से जिलाधिकारी सोनिका सिंह को एक ज्ञापन भी भेजा। शहर काजी मोहम्मद अहमद काजमी का कहना है कि उच्चतम न्यायालय के आदेश से आवासीय कॉलोनियों में दिन के समय 55 डेसीबल और रात के समय 45 डेसीबल में लाउडस्पीकर के उपयोग की अनुमति प्रदान की गई है। यदि 10 डेसीबल आवाज में वेरिएशन होता है, तब प्रशासन लाउडस्पीकर बजाने की अनुमति प्रदान करेगा। लेकिन 32 मस्जिदों की अनुमति के लिए आवेदन किए जाने के बावजूद आज तक उन्हें अनुमति नहीं दी गई है।
उन्होंने कहा कि बीती 7 मई को पुलिस प्रशासन की ओर से कई मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने की कार्रवाई अमल में लाई गई। मस्जिदों के इमामों को नोटिस भी जारी किए गए। उन्होंने पुलिस प्रशासन पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाया है। उन्होंने प्रशासन से मांग उठाते हुए कहा कि मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने की कोई आदेश नहीं हैं। ऐसे में उन्हें मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटवाने के लिए बाध्य न किया जाए। मुस्लिम समाज का आरोप है कि पुलिस जबरन मस्जिदों से लाउडस्पीकर उतरवा रही है। उन्होंने प्रशासन से अनुरोध किया है कि उनकी ओर से साउंड कम कर दिया जाएगा, लेकिन लाउडस्पीकर न उतारा जाए। क्योंकि, लाउडस्पीकर पर अजान बोलने का मामला बहुत पुराना है। इसके जरिए नमाज पढ़ने के लिए अनाउंसमेंट किया जाता है।