जूम के माध्यम से किया जमीनी हकीकत व भावी योजनाओं का प्रस्तुतिकरण
हरिद्वार। भारत वर्ष के रेडी पटरी वालो के सामूहिक संगठन नेशनल एसो. ऑफ स्ट्रीट वेंडर्स ऑफ इंडिया (नासवी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रप्रकाश सिंह के अध्यक्षता में जूम बैठक का हुआ आयोजन। नासवी की जूम बैठक में राष्ट्रीय समन्वयक अरबिंद सिंह द्वारा बैठक का एजेंडा व प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। जूम बैठक के संयोजक राकेश त्रिपाठी ने भारत वर्ष के सभी पटरी वालो की जमीनी हकीकत व भारत सरकार द्वारा भावी योजनाओ का प्रस्तुतिकरण किया। जूम ऐप के माध्यम से मध्यप्रदेश, राजस्थान, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, उत्तराखंड़, दिल्ली, पंजाब इत्यादि देश के 26 राज्यों के लगभग 125 रेडी पटरी के स्ट्रीट वेंडर्स के प्रतिनिधियों ने कोविड-19 की महामारी के दृष्टिगत अनलॉक अवधि के दौरान भारत सरकार द्वारा संचालित प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर योजना की समीक्षा के साथ विचारो का आदान प्रदान किया।
नासवी के संयुक्त प्रयास से रेडी पटरी के स्ट्रीट वेंडर्स को भारत सरकार के निर्देशन में किस प्रकार आत्मनिर्भर बनाया जाए इसके लिए बर्तक प्रयास किये जा रहे है। उन्होंने यह भी कहा आगामी जूम बैठक का आयोजन केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पूरी की अध्यक्षता में हो सके इसके लिए नासवी को प्रयास करने होंगे क्योंकि भारत सरकार द्वारा लगातार रेडी पटरी वालो को अम्ब्रेला कानून के तहत उनके संरक्षण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बर्तक प्रयास किये जा रहे है लेकिन राज्यो के निकायों में आधिकारिक इच्छाशक्ति ना होने के कारण रेडी पटरी के (स्ट्रीट वेंडर्स) लघु व्यपारियो को उनके संवैधानिक अधिकारों के तहत न्याय नही मिल पा रहा है जोकि चिंताजनक है। चोपड़ा ने यह भी कहा उत्तराखंड राज्य में रेडी पटरी के (स्ट्रीट वेंडर्स) लघु व्यापारियों को भारत सरकार द्वारा स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर योजना के तहत दी जाने वाली 10,000 की ऋण राशि के लिए अभी तक उत्तराखंड राज्य के निकायों द्वारा पंजीकरण तक की प्रतिक्रिया प्रारंभ नही की गई है जोकि न्यायसंगत व अमानवीय नही है।