प्राथमिक चिकित्सा सहायता एवं तम्बाकू निषेध” विषय पर दो दिवसीय संगोष्ठी एवं कार्यशाला का किया गया आयोजन
देहरादून। राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मालदेवता रायपुर देहरादून बीएससी गृह विज्ञान विभाग द्वारा “आपातकालीन परिस्थिति में प्राथमिक चिकित्सा सहायता एवं तम्बाकू निषेध” विषय पर दो दिवसीय संगोष्ठी एवं कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन प्राचार्य प्रो. वंदना शर्मा के द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत में बी० एस० सी गृह विज्ञान की विभागाध्यक्ष डॉ डिंपल भट्ट द्वारा संगोष्ठी का सूक्ष्म परिचय दिया गया साथ ही “say no to tobacco” विषयक व्याख्यान भी दिया गया, जिसमें छात्र-छात्राओं को तंबाकू के सेवन की बुरी आदत को कम करने की सलाह एवं तरीकों से अवगत कराया गया विद्यार्थियों के मध्य जागरूकता बढ़ाने तथा उन्हें इस विषय के प्रति संवेदनशील बनाने हेतु उपरोक्त विषयक रंगोली एवं पोस्टर प्रतियोगिताओं का आयोजन प्रथम दिवस दिनांक 9 फरवरी, 2023 को किया गया ।
कार्यशाला की शुरुआत में जीवन बचाने में प्राथमिक चिकित्सा की भूमिका पर जोर दिया गया। जिसके अंतर्गत प्रदर्शन कार्यक्रम के माध्यम से डॉ ऋतु सिंह द्वारा छात्र-छात्राओं को सम्मिलित करते हुए सी. पी. आर एवं अन्य जीवन रक्षक विधि का प्रदर्शन किया गया, साथ ही उनके द्वारा विभिन्न प्रकार की आपातकालीन परिस्थिति जैसे डॉग बाइट, हीट स्ट्रोक तथा तीव्र ज्वर इत्यादि की स्थिति में कुशल प्रबंधन विषयक व्याख्यान दिया गया। इसी के क्रम में श्रीमती सुषमा मल्होत्रा के द्वारा छात्र छात्राओं को थैलेसीमिया एवं एनीमिया के विषय में जागरूक किया गया तथा इनके दुष्परिणामों से बच्चों को अवगत कराया गया, साथ ही विवाह से पूर्व इसकी जांच को अनिवार्य रूप से करवाने पर बल दिया गया।
कांफ्रेंस के द्वितीय चरण में तंबाकू नियंत्रण के प्रभावी तरीकों पर विचार-विमर्श व व्याख्यान दिया गया। जिसके अंतर्गत जिला तबाकू नियंत्रण सेल की डॉ अनुराधा (मनोवैज्ञानिक) द्वारा तंबाकू के दुष्परिणामों के बारे में छात्र छात्राओं को अवगत कराया गया, साथ ही इस लत व दुष्परिणामों से दूर रहने के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों के बारे में बताया गया। डॉ अनीता चौहान द्वारा छात्र-छात्राओं को नित्य प्रतिदिन अच्छी आदतों को अपने दैनिक जीवन में शामिल करने हेतु प्रोत्साहित किया गया तथा सफल जीवन हेतु नशे से दूर रहने की नसीहत भी दी गई। एडिशनल सीएमओ डॉ. डी० एस० चौहान के द्वारा अनीमिया मुक्त भारत एवं विभाग द्वारा संचालित विभिन्न स्वास्थ्यवर्धक योजनाओं के बारे में बताया गया।
डॉ चौहान एवं महाविद्यालय प्राचार्य द्वारा रंगोली एवं पोस्टर प्रतियोगिताओं के विजेताओं एवं प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र एवं पुरस्कार प्रदान किए गए। प्राचार्य द्वारा छात्र, छात्राओं को प्राथमिक चिकित्सा के महत्व और जीवन रक्षक कौशल के रूप में इसकी क्षमता के बारे में जागरूक किया गया। प्राचार्य द्वारा स्वास्थ्य विभाग की इस पहल पर सराहना के साथ ही सभी प्रतिभागियों को तंबाकू की लत से दूर रहने के लिए अपील की गई। उनके द्वारा विद्यार्थियों को इस कार्यशाला से अधिकतम लाभ लेने हेतु प्रेरित किया गया तथा भविष्य में भी समय-समय पर इस तरह के आयोजनों द्वारा छात्र-छात्राओं को अधिकतम लाभ प्रदान करने की आवश्यकता महसूस की गई।
विभागाध्यक्ष डॉ डिंपल भट्ट द्वारा अनीमिया को कम करने हेतु पारंपरिक भोजन को दैनिक जीवनशैली में शामिल करने हेतु प्रेरित किया गया। साथ ही कार्यशाला का लाभ अधिकतम लोगों तक पहुंचाने के लिए सामाजिक परिवर्तन प्रेरक के रूप में कार्य करने की अपील की गई। इसी श्रंखला में श्रीमती पूजा रानी द्वारा नियमित स्वास्थ्य जांच एवं सरकार द्वारा चलाई गई विभिन्न स्वास्थ्य संबंधी योजनाओं के बारे में छात्र छात्राओं को अवगत कराया गया।
इस कार्यशाला में 75 छात्र- छात्राओं का रक्त जाँच, स्वास्थ्य परीक्षण एवं दवाइयों का वितरण राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य केंद्र रायपुर देहरादून के डॉ हिमांशु रमोला एवं डॉ सरिता रमोला के द्वारा किया गया।
डॉ शशि बाला उनियाल के द्वारा सभी उपस्थित सदस्यों का विभाग की ओर से धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
लर्निंग व्हाइल डोइंग शैली में की गई कार्यशाला का सभी प्राध्यापकों द्वारा सराहना की गई। कार्यक्रम में प्रो. दक्षा जोशी, डॉ. यतीश वशिष्ठ, प्रो महेंद्र सिंह पंवार, प्रो जी.सी डंगवाल, डॉ रितु कश्यप, प्रो ए.के अग्रवाल, डॉ अनीता चौहान, डॉ कविता काला, डॉ सरिता तिवारी, डॉ सुनीता नौटियाल, डॉ रीना, डॉ अविनाश भट्ट, डॉ रेखा चमोली, डॉ शशिबाला उनियाल, डॉ लीना रावत, डॉ रश्मि नौटियाल एवं डॉ मनीषा सांगवान उपस्थित रहे।