सत्ता सुख का नहीं, सेवा का माध्यम है राजनीतिः मदन कौशिक
देहरादून। जनसंघ के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर भाजपा ने प्रदेश भर में बूथ स्तर से लेकर मंडल और जिलों में वृक्षारोपण अभियान चलाया। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक व प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय ने महानगर देहरादून में बूथ में जाकर वृक्षारोपण कर डॉ मुखर्जी को श्रदांजलि दी। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष कौशिक ने राजीव नगर बूथ नंबर 104 में उन्हें श्रद्धांजलि दी वही अजेय ने वार्ड नम्बर 100 बूथ नम्बर 100 बालावाला में कार्यक्रम में भाग लिया।
प्रदेश अध्यक्ष कौशिक ने बूथ नंबर 104 की अध्यक्ष अंजू सजवाण के आवास पर कार्यक्रम में भाग लेकर रिस्पना नदी के किनारे वृक्षारोपण भी किया गया। प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि विपरीत परिस्थितियों में धैर्य के साथ बिना अपना साहस खोए अपनी विचारधारा के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा हमें डॉ. श्याम प्रसाद मुखर्जी से मिलती है। उनके बताए रास्तों पर चलने का प्रण लेकर ही हम उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दे सकते हैं। एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान नहीं चलेंगेश् का नारा देने और देश की एकता और अखंडता के लिए अपने प्राणों का उत्सर्ग करने वाले डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के सिद्धान्त सदैव प्रासंगिक रहेंगे। उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के सपने को साकार करते हुए 5 अगस्त, 2019 को जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को हटा दिया। मदन कौशिक ने कहा प्रदेश में हमारी सरकार ने अनेक ऐतिहासिक काम किये है और इन कामो को जनता तक पहुचाने का काम हमारा बूथ करता है। उन्होंने बूथ के कार्यर्ताओं से कहा चुनाव जीतने के लिए बूथ सबसे आवश्यक है। श्री कौशिक ने कहा अन्य दल चुनाव से 6 महीने पहले चुनाव में आते है लेकिन भाजपा का कार्यकर्ता पूरे 5 साल जनता के बीच रहकर जनता की सेवा करता है। उन्होंने कहा कि हमारे लिए राजनीति सत्ता सुख भोगने के माध्यम नही बल्कि जन सेवा करने का माध्यम है। कार्यक्रम में महानगर अध्यक्ष सीता राम भट्ट, पार्षद कमली भट्ट, अध्यक्ष अंजू सजवाण वार्ड अध्यक्ष अमित कौशिक, प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चैहान और अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे। इसके अलावा पूरे प्रदेश में सभी पदाधिकारियों ने बूथ पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया।