पत्थलगड़ी नेताओं के उकसावे पर किया दुष्कर्म: सामद उर्फ टकला
चाईबासा। चाईबासा पुलिस के हत्थे चढ़े बाजी सामद उर्फ टकला ने कहा कि पत्थलगड़ी के स्वयंभू नेता जॉन जुनास तिडु, बलराम सामद व लक्ष्मण सोय के उकसाने पर ही मैंने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर कोचांग सामूहिक दुष्कर्म कांड को अंजाम दिया था। कांड में मेरे साथ नोएल सांडी पुरती, जुनास मुंडू, बच्चा आरसी, अजूब सांडी पुरती व आशीष लोगो शामिल था। इससे पूर्व रविवार की शाम चार बजे पश्चिम सिंहभूम के पुलिस अधीक्षक क्रांति कुमार ने गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए टकला को मीडिया के समक्ष प्रस्तुत कर बताया कि टकला सरायकेला-खरसावां जिले के कुचाई थाना अंतर्गत लुदुबेड़ा गांव का रहने वाला है। उसके पिता का नाम सुखराम सामद है।हम लोगों को शनिवार की सुबह सूचना मिली थी कि खूंटी जिला के कोचांग क्षेत्र में घटित सामूहिक दुष्कर्म की घटना का मुख्य आरोपी बाजी सामद उर्फ टकला पश्चिम सिंहभूम जिला अंतर्गत कराईकेला थाना के फॉरेस्ट विलेज बनसाई (बुरुडीह के पास) के आसपास घूमते देखा गया है। सूचना की पुष्टि होने के बाद अपर पुलिस अधीक्षक अभियान मनीष रमण के नेतृत्व में एक संयुक्त टीम का गठन किया गया। इस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए टकला को बुरुडीह के पास से धर दबोचा। पूछताछ के दौरान अभियुक्त ने अपराध की संलिप्तता को स्वीकार लिया है। शाम को न्यायालय में हाजिर करने के बाद उसे जेल भेज दिया गया है।
टकला के नाम पर पुलिस ने की थी 50 हजार ईनाम की घोषणा खूंटी के कोचांग में हुए सामूहिक दुष्कर्म के बाद खूंटी पुलिस ने टकला की तस्वीर जारी कर उसकी सूचना देने वाले को 50 हजार रुपये ईनाम की घोषणा की थी। हालांकि यह भी चर्चा है कि टकला को पीएलएफआइ उग्रवादियों ने ही पुलिस को सौंपा है। घटना वाले दिन टकला ने सामूहिक दुष्कर्म का वीडियो भी बनाया था। वह भी पीड़ितों के ही मोबाइल से। वीडियो बनाने के दौरान बैटरी डिस्चार्ज होने की वजह से मोबाइल स्विच ऑफ हो गया। उसी मोबाइल में 8 सेकेंड का एक वीडियो था जिसमें टकला दिखाई दे रहा था। उसी तस्वीर को पुलिस ने जारी कर इनाम की घोषणा करते हुए उसकी जानकारी देने की अपील आम लोगों से की थी। बाजी सामद उर्फ टकला के खिलाफ खूंटी महिला थाना, अड़की थाना, टेबो थाना, बंदगांव थाना और कराईकेला थाना में अलग-अलग धाराओं में चार मामले दर्ज हैं। गौरतलब है कि खूंटी के कोचांग में पांच युवतियों से सामूहिक दुष्कर्म हुआ था। ये युवतियां उस इलाके में जागरूकता कार्यक्रम चला रही थीं। इसी दौरान उन्हें अगवा कर इस वारदात को अंजाम दिया गया।