Uttarakhand
प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास मनीषा पंवार ने विभिन्न क्षेत्रों का किया भ्रमण इस दौरान उन्होंने संग्रहण केन्द्र का भी किया शुभारम्भ
अल्मोड़ा। दो दिवसीय जनपद भ्रमण के दौरान प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास व उद्योग मनीषा पंवार ने आज जनपद के अनेक स्थानों का भ्रमण किया। भ्रमण के दौरान उन्होंने हवालबाग स्थित आजीविका परियोजना द्वारा संचालित बेकरी का निरीक्षण किया। प्रमुख सचिव ने निरीक्षण के दौरान कहा कि बेकरी में तैयार किये जा रहे स्थानीय उत्पाद अपने आप मे ंउच्च गुणवक्ता युक्त है। उन्होंने कहा कि महिला स्वायत्त सहकारिता द्वारा चलायी जा रही यह बेकरी एक अभिनव पहल है जिसमें स्थानीय उत्पादो को बढ़ावा दिये जाने के साथ-साथ महिलायें स्वालम्बन की ओर बढ़ रही है। इस दौरान उन्होंने बेकरी में तैयार किये जा रहे मंडुवे के बिस्कुट, केक, मफिन्स, पेस्टी आदि उत्पादों को देखा और कहा कि इन उत्पादों को देहरादून सहित अन्य महानगरों में निर्यात करने का प्रयास किया जायेगा। प्रमुख सचिव ने कहा कि उत्पादों की ब्रान्डिंग व पैकेजिंग को और अधिक बेहतर बनाने की जरूरत है। इस दौरान उन्होंने एकीकृत आजीविका सहयोग परियोजना द्वारा मटेला में स्थित संग्रहण केन्द्र का भी शुभारम्भ किया। उज्जवल स्वायत्त सहकारिता द्वारा संचालित किये जाने वाले इस संग्रहण केन्द्र में स्थानीय उत्पादों को रखा जायेगा। सहकारिता द्वारा महिलाओं द्वारा निर्मित टैक होम राशन, रिंगाल के उत्पाद व डेयरी उत्पादो को संग्रहण कर उन्हें बेचा जायेगा। प्रमुख सचिव ने कहा कि इस तरह के केन्द्र महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में सहायक होंगे। स्वायत्त सहकारी समिति द्वारा किये गये इस प्रयास की उन्होंने सराहना की। इस दौरान परियोजना प्रबन्धक आजीविका कैलाश भट््ट ने सहकारिता के बारे में विस्तृत रूप में बताया।
इससे पूर्व प्रमुख सचिव ने आज प्रातः उन्होंने राजकीय प्राथमिक विद्यालय पंचधारा का भ्रमण किया वहां उन्होंने रूपान्तरण कार्यक्रम के अन्तर्गत विद्यालय में दी जाने वाले सुविधाओ की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रयासो से सरकारी विद्यालयों में छात्र संख्या बढ़ायी जा सकती है। इसके बाद उन्होंने मंगलदीप विद्या मंदिर जाकर वहां पर बच्चो ंसे मुलाकात की वहां पढ़ रहे बच्चों से वार्ता की साथ ही विद्यालय की संरक्षक सुश्री मनोरमा जोशी द्वारा किये जा रहे प्रयासों की सराहना की। प्रमुख सचिव ने कहा कि शासन की ओर से संस्थान को यथा सम्भव सहायता देने का प्रयास किया जायेगा। उन्होंने कहा कि बच्चों के द्वारा जो भी उत्पाद बनाया जा रहा उसे हिमाद्री हैण्डलूम सेंन्टर व अन्य स्थानों के लिये बाजार उपलब्ध कराया जायेगा साथ ही बच्चों के प्रशिक्षण के लिये जो सम्भव हो सकेगा उसका प्रयास किया जायेगा।
इस दौरान प्रमुख सचिव ने डीनापानी स्थित हिमाद्री हंस हैण्डलूम सेन्टर का भ्रमण किया। उन्होंने कहा कि स्थानीय महिलाओं के लिये प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने के लिये व्यवस्था की जाय ताकि उन्हें रोजगार मिल सके। इसके लिये उन्होंने जिलाधिकारी से कहा कि कोई भी भवन जो अनुप्रयोगी हो उसमें प्रशिक्षण के लिये दिया जाय। इसके बाद प्रमुख सचिव ने कसारदेवी में अनेक स्थानों का भ्रमण के अलावा वहां के होटलध्रिर्जाट संचालको व स्थानीय लोगों के साथ संक्षिप्त बैठक की। उन्होंने कहा कि कसारदेवी क्षेत्र में पर्यटन की सम्भावनाओं को देखते हुये इस क्षेत्र को विकसित किया जाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि वेलनेंस सेन्टर के रूप में इस क्षेत्र को विकसित करने के लिये वेलनेंस समिट का आयोजन किया जा सकता है। जिससे योगा व आयुष सहित अन्य गतिविधियों का आयोजन किया जायेगा। इस दौरान उन्होंने उपस्थित होटलिर्यस की समस्या व सुझावों को सुना और कहा कि उनके सुझावों को प्राथमिकता के आधार पर लेते हुये उन पर कार्य किया जायेगा। भ्रमण के दौरान अपर सचिव ग्राम्य विकास डा0 राम विलास यादव, जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया, मुख्य विकास अधिकारी मनुज गोयल, उप निदेशक खादी ग्रामोद्योग शैली डबराल, परियोजना निदेशक नरेश कुमार, राज्य समन्वयक मनरेगा मोहम्मद असलम, मुख्य शिक्षाधिकारी जगमोहन सोनी, जिला शिक्षाधिकारी माध्यामिक एच0बी0 चंद, सहायक परियोजना निदेशक मनविन्दर कौर, आपदा प्रबन्धन अधिकारी राकेश जोशी, आबकारी अधिकारी दुर्गेश्वर त्रिपाठी, सहा0 परियोजना प्रबन्धक आजीविका राजेश मठपाल, विक्रम तोमर, विनोद राठौर, विद्या कर्नाटक के अलावा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।