प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय में मजदूर सम्मेलन एवं विचार गोष्ठी का किया गया आयेाजन
देहरादून। मजदूर दिवस के अवसर पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय में उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस श्रमिक प्रकोष्ठ के तत्वावधान में मजदूर सम्मेलन एवं विचार गोष्ठी का आयेाजन किया गया। कार्यक्रम में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री हरीश रावत मुख्य अतिथि तथा श्री देवेन्द्र सिंह विशिष्ठ अतिथि के रूप में शामिल हुए। सम्मेलन की अध्यक्ष विशाल डोभाल ने की। कार्यक्रम में बडी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता एवं मजदूर संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन श्रमिक प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष दिनेश सिंह कौशल ने किया।
सम्मेलन में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री श्री हरीश रावत ने मजदूर दिवस की शुरूआत पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मजदूर दिवस के पीछे का मूल उद्देश्य हर श्रमिक के अधिकारों की रक्षा करना है, क्येांकि किसी भी देश, समाज, संस्था या राष्ट्र विकास निर्माण में मजदूरों का अहम योगदान होता है तथा मजदूर के बिना देष के विकास की बात सोची भी नहीं जा सकती है।
हरीश रावत ने कहा कि भारत के इतिहास में नजर डाली जाये तो सबसे ज्यादा मजदूर एवं गरीबों के हित में नीतियां बनाने का काम कांग्रेस पार्टी की सरकारों ने किया हैं। मनरेगा जैसी बहुउदे्षिय रोजगार परक योजना को शुरू करके हिन्दुस्तान के लाखो लाख गरीब मजदूर भाईयों को रोजगार देने का काम किया है। कांग्रेस शासन मंे इन्दिरा आवास के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब बेघर लोगों को आवास उपलब्ध कराने की दिशा में महत्वपूर्ण काम किया तथा राजीव गांधी आवास के अन्तर्गत शहरी क्षेत्र के गरीब लोगों के लिये भी आवास की व्यवस्था करने का काम किया। कंाग्रेस पार्टी के केन्द्र में सदैव गरीब मजदूर वर्ग रहा है। इस वर्ग की उन्नति के लिए कांग्रेस पार्टी सदैव तत्पर रही है। कांग्रेस शासन में गरीब, मजदूर वर्ग के लिए कई कल्याणकारी योजनाओं का शुभारम्भ किया गया था। राज्य की निवर्तमान कांग्रेस सरकार ने अपने कार्यकाल में मजदूर वर्ग के लिए अनेक कल्याणकारी योजनायें बनाई जिनमें श्रमिकों को निःषुल्क किट वितरण येाजना, श्रमिक सुरक्षा योजना, श्रमिक कल्याण योजना, षिल्पकार पेंशन योजना, शिल्प उद्योग पुनर्जीवीकरण एवं विकास येाजना, इन्दिरा प्रियदर्षनी कामकाजी महिला छात्रावास योजना, इन्दिरा गांधी मातृत्व सहयोग योजना, मलिन बस्तियों के नियमितीकरण की शुरूआत, श्रमिकों की पुत्रियों के विवाह के लिए आर्थिक सहायता का प्रावधान आदि मुख्य हैं। जबकि केन्द्र की मोदी सरकार ने उत्तराखण्ड के साथ लगातार सौतेला व्यवहार करते हुये उत्तराखण्ड की अनेक योजनाओं में धन की कटौती करके राज्य के हितों पर कुठाराघात करने का काम किया है।
सम्मेलन में किशोर उनियाल, पूनम कण्डारी, सुनील सिंह, हरेन्द्र बेदी, पं. कान्ति बल्लभ भट्ट, संजय भारती, प्रवीन अरोड़ा, मधु इलियास, किरन मन्द्रवाल, सुरेश कुमार, गौरव कुमार, अखिल पंवार, जहांगीर खान, आयुषि सुन्द्रियाल, सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित थे।