प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से राज्य में कानून व्यवस्था को पटरी पर लाने की मांग की
देहरादून। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने राज्य की विगड़ती कानून व्यवस्था तथा लगातार बढ रही जघन्य अपराध की घटनाओं पर चिन्ता प्रकट करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से राज्य की ध्वस्त हो चुकी कानून व्यवस्था को पटरी पर लाने की मांग की है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को लिखे पत्र में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि विगत कुछ समय से उत्तराखण्ड राज्य में घट रही अपराध की घटनाओं से ऐसा प्रतीत होता है कि राज्य की कानून व्यवस्था पूर्ण रूप से चरमरा चुकी है तथा अपराधियों के मन में कानून का भय समाप्त हो गया है। भ्रष्टाचार और भयमुक्त सरकार के अपने वादे पर अमल करने में राज्य सरकार पूरी तरह नाकाम हो चुकी है। विगत एक वर्ष के अन्तराल में देवभूमि उत्तराखण्ड राज्य में जघन्य हत्या, चोरी, डकैती, मासूमों से बलात्कार जैसे जघन्य अपराधों की घटनाओं में भारी वृद्धि हुई है। राज्य में लगातार घट रही इन घटनाओं से गिरती कानून व्यवस्था उजागर होने के साथ-साथ राज्य की अस्मिता पर भी चोट पहुंची है। राज्य की जनता में भय का वातावरण व्याप्त है तथा आमजन विषेशकर महिलाएं अपने को असुरक्षित महसूस कर रही हैं। उन्होंने कहा कि दिनांक 18 सितम्बर, 2022 को जनपद पौडी गढ़वाल के अन्तर्गत यमकेश्वर ब्लाक में घटित अंकिता हत्याकाण्ड की घटना के बाद कल दिनांक 12 अक्टूबर, 2022 को जनपद उधमसिंहनगर के जसपुर ब्लाक में ज्येष्ठ उपप्रमुख गुरताज भुल्लर के घर में घुसकर तथाकथित उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा उनकी पत्नी की निर्मम हत्या तथा जनपद उधमसिंहनगर के ही काशीपुर में आज खनन वयवसायी की निर्मम हत्या जैसे जघन्य अपराध की घटनायें आम आदमी की सुरक्षा के लिए गम्भीर चिन्ता का विषय हैं। राज्य में अपराधी निरकुंश होकर अपराध कर रहे हैं तथा अपराधियों द्वारा राज्य की कानून व्यवस्था को धता बताते हुए राज्य में भय का माहौल बनाया जा रहा है। राज्य में लचर कानून व्यवस्था के चलते लगातार घट रही जघन्य अपराध की घटनाओं ने देवभूमि उत्तराखण्ड को झकझोर कर रख दिया है जिससे राज्य की जनता में भारी रोष व्याप्त है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश एस.टी.एफ. द्वारा हरिद्वार जनपद से आतंकवादियों की गिरफ्तारी से ऐसा प्रतीत होता है कि उत्तराखण्ड राज्य अपराधियों की शरणस्थली बनता जा रहा है, जो राज्य की सुरक्षा के लिए गंभीर चिंता का विषय है। हरिद्वार में लम्बे समय से रह रहे आतंकवादियों की उत्तराखण्ड पुलिस को जानकारी न होने के चलते उत्तर प्रदेश एस.टी.एफ. को कार्रवाई करनी पड़ी जो उत्तराखण्ड राज्य की पुलिस के निकम्मेपन एवं राज्य की ध्वस्त कानून व्यवस्था को परिलक्षित करता है। उन्होंने कहा कि राज्य में लगातार घट रही जघन्य अपराध की घटनाओं पर एक जिम्मेदार मुख्य विपक्षी दल होने के नाते कांग्रेस पार्टी चुप नहीं बैठ सकती है तथा अपना नैतिक कर्तव्य समझती है कि एक सकारात्मक राजनैतिक विपक्ष की भूमिका का निर्वहन करते हुए राज्य में घट रही जघन्य अपराध की घटनाओं तथा ध्वस्त हो चुकी कानून व्यवस्था के प्रति राज्य सरकार का ध्यान आकर्षित करे।
करन माहरा ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मांग की कि जसपुर एवं काशीपुर में हुए हत्याकाण्डों की उच्च स्तरीय जांच कराने के साथ ही राज्य की विगडती कानून व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए ठोस कदम उठाये जांय तथा अपराधियों के खिलाफ कठोर से कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।