पाराचिनार बिरादरी ने श्रद्धापूर्वक मनाई असाढ़ महीने की संग्रांद
देहरादून। पाराचिनार बिरादरी देहरादून ने असाढ़ महीने की संग्रांद का कार्यक्रम हमेशा की तरह पूर्ण श्रद्धा पूर्वक कथा-कीर्तन के रूप में मनाया। प्रातः गुरुद्वारा गुरु नानक अमृत दरबार, मच्छी बाजार, अंसारी मार्ग में हैड ग्रंथी साहिब एवं संगत ने मिल कर श्री सुखमनी साहिब जी के पाठ किया। हजुरी रागी भाई कुलदीप सिंह ने शब्द असाढ तपन्दा तिस लगे हरि नाह न जिना पास का गायन कर संगत को निहाल किया।
हैड ग्रंथी भाई गुरविंदर सिंह ने महीने की कथा करते हुए कहा कि असाढ का महीना उन मनुष्यों के लिए बहुत कष्टदायक हो जाता है जिनके हृदय में प्रभु का नाम नहीं होता है स बिरादरी के संरक्षक पंडित अनूप चंदन ने कहा कि बिरादरी प्रति वर्ष यह कार्यक्रम श्रद्धा एवं उत्साह पूर्वक मनाती है। प्रधान प्रवीण कुकरेजा एवं सचिव अमरजीत सिंह कुकरेजा ने आई हुई संगत का धन्यवाद किया, कार्यक्रम के पश्चात संगत में सूक्ष्म जल पान ग्रहण किया स इस अवसर पर विशेष रूप से पंडित अनूप चंदन, प्रवीण कुकरेजा, अमरजीत सिंह कुकरेजा, अरविन्द सिंह रतरा, बॉबी भटियानी, सुरेन्द्र सुखीजाएवं स्त्री सत्संग की बीबियां उपस्थित थी। कार्यक्रम में सरकारी गाइड्स लाइन्स का पूर्ण रूप से पालन किया गया।