पानीपत में दहन से पहले ही हो गया ‘रावण’ का अपहरण
हरियाणा। हरियाणा के पानीपत में रावण का अपहरण कर लिया गया। सुनने में थोड़ा अजीब है, लेकिन यह सच है। सोच रहे होंगे कि सीता के हरण करने वाले रावण का अपहरण कौन और क्यों कर सकता है। दरअसल, विजयादशमी को दशानन के पुतले के दहन की तैयारी हर तरफ धूमधाम से हो रही थी। पानीपत के आजाद नगर रेलवे फाटक स्थित परशुराम धर्मशाला के पास भी तैयारियां जोरों पर चल रही थी। दहन के लिए रावण का करीब 30 फीट का पुतला बनाया गया था। दिनदहाड़े दोपहर करीब एक बजे रावण के पुतले को कोई उठा ले गया।
बताया जाता है कि एक समुदाय के 30 से ज्यादा लोग ट्रैक्टर-ट्राली से पहुंचे थे। उन्होंने भीड़ को किनारे करते हुए पुतले को उठाया और ट्राली में लादकर ले गए। जब तक आयोजकों को पता चला, लोग वहां से निकल चुके थे। इन लोगों ने पहले ही चेतावनी दी थी कि अगर रावण का पुतला जलाया तो वे उसे उठाकर ले जाएंगे। उनकी रावण के प्रति आस्था है। तब उनकी बात को मजाक में लिया गया था। ये लोग रावण के पुतले को लेकर बिंझोल नहर पर आए। वहां पुतले को उतारकर विधिवत पूजन कर प्रणाम करते हुए नहर में प्रवाहित कर दिया।