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पैन इंडिया एनर्जी रिसर्च सोसाइटी के तत्वावधान में परोस्काईट सोसाइटी ऑफ इंडिया का उद्घाटन
पैन इंडिया एनर्जी रिसर्च सोसाइटी के तत्वावधान में परोस्काईट सोसाइटी ऑफ इंडिया का उद्घाटन; आईआईटी रुड़की के प्रोफेसर हैं सोसाइटी प्रमुख:
रुड़की। हाल ही में परोस्काईट सेमीकन्डक्टर अपने ऊर्जा के क्षेत्र में, पर्यावरण, सेंसर्स, बायोमेडिसन और अन्य बहुत से ऑप्टोइलेक्ट्रॉनिक यंत्रों के भावी प्रयोगों के लिए एक बड़े अनुसंधान रुझान के रूप में उभरा। इस क्रम में साझा अनुसंधान सुविधा की स्थापना और ज्ञान के मंच को साझा करने के उद्देश्य से पैन इंडिया सोसाइटी और परोस्काईट/पेरोस्काईट सोसाइटी ऑफ इंडिया (https://perovskitesociety.in/ ) की स्थापना की गई और 17 जनवरी को इसका वर्चुअल शुभारम्भ हुआ। इसका उद्घाटन श्री अजय प्रकाश साहनी, भारत सरकार में इलेक्ट्रॉनिक और सूचना तकनीकी मंत्रालय के सचिव द्वारा किया गया। आईआईटी रुड़की के डायरेक्ट प्रोफेसर अजीत कुमार चतुर्वेदी ने भारत में इस सोसाइटी के विकास से ऊर्जा अनुसंधान के क्षेत्र की प्रगति के लिए इसे आवश्यक बताया । उद्घाटन के उपरांत एक दिवसीय वर्चुअल कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया जिसमें देश के प्रमुख वैज्ञानिकों ने प्रतिभागिता की। जिनमें प्रमुख रूप से प्रोफेसर डी डी शर्मा, क्रिस्टोफ ब्राबेक, प्रोफेसर एस पी सिंह, प्रोफेसर आशीष गर्ग, प्रोफेसर परमेश्वर अय्यर, डॉ विनीत सैनी, प्रोफेसर एम नजीरुद्दीन, प्रोफेसर सुबोध म्हाइसकर, प्रोफेसर अन्नालिसा ब्रुनो एवं प्रोफेसर डेनियल प्रोकोविज़ ने अनुसंधान की गतिविधियों के सम्बंध में महत्वपूर्ण विचार रखे।
इकोल पॉलीटेक्निक फेडरल डी लॉसेन (EPFL), स्विट्जरलैंड से पधारे प्रोफेसर माइकल ग्रेटजेल ने अपना प्रमुख सारगर्भित संबोधन दिया।
परोस्काईट सोसाइटी ऑफ इंडिया की स्थापना भारत में परोस्काईट मटेरियल व मशीनों सबंधी अनुसंधान व विकास सबंधी गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से किया गया।
प्रोफेसर सत्पथि ने कहा ‘सोसाइटी का प्रमुख उद्देश्य इस मटेरियल की गतिविधियों के व्यापारीकरण संबंधी सम्भावनाओं पर जानकारी के प्रति सजगता बढ़ाने के लिए किया गया है, इसमें आपसी भागीदारी से अनुसंधान संबंधी सुविधाओं एवं कैरियर बनाने संबंधी उद्देश्य से वैज्ञानिकों को जोड़ने में सहयोग करना भी है। हमारा मुख्य उद्देश्य अगली पीढ़ी के ऊर्जा वैज्ञानिकों और इंजीनियर्स तथा युवा वैज्ञानिकों के बीच में एक सेतु बनाना है जो कि एक मंच पर एकत्रित हों’।
सोसाइटी में बड़ी संस्थाओं से जुड़े विशेषज्ञ हैं जो कि परोस्काईट संबंधी बड़ी अनुसंधान संस्थाओं और उद्योग से जुड़े हैं।