पाकिस्तान में मतदान के दौरान कई इलाकों में हुई हिंसा और आतंकी हमले
कराची। पाकिस्तान में नई सरकार चुनने के लिए बुधवार को मतदाताओं ने भारी सुरक्षा बंदोबस्त के बीच वोट डाले। इस दौरान देश के कई इलाकों में हुई हिंसा और आतंकी हमलों में 35 लोग मारे गए। 67 लोग घायल हैं। अशांत बलूचिस्तान प्रांत की राजधानी क्वेटा के एक मतदान केंद्र के बाहर आत्मघाती धमाका भी हुआ। यह धमाका एक पुलिस वैन को निशाना बनाकर किया गया। देश में एक साथ मतगणना आरंभ हो चुकी है। शुरुआती रुझान 9 बजे के बाद आने की संभावना है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी एजाज गोराया ने बताया कि आत्मघाती हमलावर क्वेटा के पूर्वी बाईपास के पास स्थित एक पोलिंग स्टेशन में घुसना चाहता था। भारी सुरक्षा व्यवस्था के चलते वह इसमें सफल नहीं हो पाया। इसके बाद वह पोलिंग स्टेशन के पास खड़ी एक पुलिस वैन के पास गया और धमाका कर दिया। इस धमाके में पांच पुलिसकर्मियों और दो नाबालिग बच्चों समेत 31 लोग मारे गए। 32 लोग घायल हो गए। मीडिया में आई खबरों के अनुसार, क्वेटा के डीआइजी अब्दुल रजाक चीमा के काफिले पर भी हमला किया गया। वह हालांकि सुरक्षित बताए गए हैं। खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के स्वाबी जिले के एक मतदान केंद्र के बाहर इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआइ) और अवामी नेशनल पार्टी (एएनपी) के कार्यकर्ता भीड़ गए। इसमें पीटीआइ के एक कार्यकर्ता की मौत हो गई और दो घायल हो गए। मीरपुरखास के पोलिंग स्टेशन के बाहर फाय¨रग में एक अन्य व्यक्ति मारा गया। मरदाना, राजनपुर, खिप्रो और कोहिस्तान समेत कई स्थानों पर हिंसा के चलते मतदान रोकना पड़ा। इससे पहले पाकिस्तान के 85 हजार से ज्यादा मतदान केंद्रों पर सुबह आठ बजे मतदान शुरू हुआ। कई मतदान केंद्रों पर सुबह सात बजे से ही वोटरों की कतारें लग गई थी। शाम छह बजे मतदान समाप्त होने के तुरंत बाद वोटों की गिनती शुरू हो गई। चुनाव आयोग ने नतीजे 24 घंटे के भीतर घोषित कर देने की बात कही है। सुरक्षित चुनाव कराने के लिए देशभर में सेना के 3.70 लाख जवानों के अलावा 4.50 लाख पुलिसकर्मी भी तैनात किए गए थे।
एक साथ हुए संसदीय और प्रांतीय चुनाव पाकिस्तान की संसद नेशनल असेंबली की 272 सीटों और चार प्रांतों की विधानसभाओं के लिए बुधवार को एक साथ मतदान कराया गया। चुनाव मैदान में पीएमएल-एन, पीटीआइ और बिलावल भुट्टो की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) समेत 30 ज्यादा पार्टियां खड़ी हैं।