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‘सबकी योजना सबका विकास’ पर अभिमुखीकरण कार्यशाला आयोजित
देहरादून। लोक योजना अभियान (पीपीसी-2021) “सबकी योजना सबका विकास” के अन्तर्गत आज जनपद के रिंग रोड़ लाडपुर में अवस्थित स्थानीय होटल में 2 दिवसीय अभिमुखीकरण कार्यशाला का मंत्री पंचायती राज, विद्यालयी शिक्षा, खेल एवं युवा कल्याण उत्तराखण्ड सरकार अरविन्द पाण्डे के द्वारा दीप प्रज्वलित कर शुभारम्भ किया गया। कार्यशाला में सहभागितापूर्ण ग्राम पंचायत विकास योजना (जीपीडीपी), क्षेत्र पंचायत विकास योजना (बीपीडीपी), जिला पंचायत विकास योजना (डीपीडीपी) एवं सत्त विकास लक्ष्य(एसडीजी) का आमेलन विषयों पर प्रशिक्षकों द्वारा पंचायती राज एवं समस्त रेखीय विभागों के कार्मिकों को प्रशिक्षण दिया गया।
इस अवसर पर मंत्री पंचायती राज अरविन्द पाण्डे ने अपने संबोधन में कहा कि गांव के विकास के लिए जो योजनाएं केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित है उनका क्रियान्वयन के साथ ही योजनाओं का शतप्रतिशत लाभ पात्रों को मिले इसके लिए पंचायती राज विभाग के साथ ही समस्त रेखीय विभागों की महत्वपूर्ण भूमिका है तथा समस्त रेखीय विभागों के अधिकारियों /कार्मिकों का दायित्व है कि आपसी समन्वय करते हुए सरकार द्वारा संचालित योजनाओं को गुणवत्ता एवं पारदर्शिता के साथ धरातल पर उतारें। उन्होंने कहा कि सभी विभागों की जिम्मेदारी है कि अनियोजित विकास से बचते हुए आपसी समन्वय से कार्य करते हुए सुनियोजित विकास के लिए एक गांव एक योजना के अन्तर्गत कार्य करें। उन्होंने सभी अधिकारी एवं कार्मिकों को सुझाव देते हुए कहा कि इस प्रकार की महत्वपूर्ण कार्यशाला/प्रशिक्षण का लाभ तभी होगा जब सभी कार्मिक अपनी जिम्मेदारी समझते हुए उनके विभागों से संबंधित स्वीकृत जनकल्याणकारी योजनाएं जिनका काम लम्बित है को प्रशिक्षण उपरान्त आपसी समन्वय से पूर्ण करें। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के अन्तर्गत कई स्थानों पर विद्यालयों में पेयजल कनेक्शन नहीं लगें है जो कि एक गम्भीर विषय है उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी /कार्मिक यह सुनिश्चित करें कि उनके कार्यक्षेत्र में कौन-कौन से ऐसे स्थान है जहां विद्यालयों में जल जीवन मिशन के अन्तर्गत पानी का कनेक्शन अथवा ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का कार्य लम्बित है इस पर विशेष ध्यान देते हुए लम्बित कार्य को पूर्ण करें। उन्होंने कहा कि देश के विकास का रास्ता गांव से जाता है इसलिए सभी अधिकारी राष्ट्रीय हित में कार्य करते हुए नए भारत के निर्माण में अपना सहयोग प्रदान करें।
इस अवसर पर निदेशक पंचायती राज विभाग चन्द्र सिंह धर्मसतु ने कहा कि सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर उतारने तथा अन्तिम छोर तक के व्यक्ति को योजनाओं से लाभान्वित करने के लिए पंचायती राज विभाग के साथ ही सभी रेखीय विभागों की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। इसके लिए सभी विभागों को आपसी समन्वय के साथ ग्राम स्तर पर योजनाओं का क्रियान्वयन करते हुए पारदर्शिता से कार्य करना है, जिससे केन्द्र एवं राज्य सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं से जनमानस को लाभान्वित किया जा सकें।
कार्यशाला में सचिव पंचायती राज हरीचंद्र सेमवाल ने अपने संबोधन में कहा कि सत्त विकास लक्ष्य के बारे में वर्ष 2030 तक जो कार्य पूर्ण करने हैं उस पर विशेष घ्यान देने की आवश्यकता है, जिससे गरीबी एवं भूखमरी की समस्या को समाप्त करना है तथा क्षेत्र के अन्यित्रित विकास के स्थान पर नियत्रित विकास को बढ़ाया जा सकें। उन्होंने कहा कि किसी भी योजना को सुनियोजित तरीके से क्रियान्वित करने के लिए सभी रेखीय विभागों की महत्वपूर्ण भूमिका है जिसके लिए सभी रेखीय विभागों को आपसी समन्वय से कार्य करते हुए किसी भी क्षेत्र के विकास के लिए प्रभावी योजना तैयार करने तथा उसका गुणवत्ता एवं पारदर्शिता के साथ सम्पादन करना महत्वपूर्ण है। उन्होंने सभी विभागों को आपसी तालमेल के साथ कार्य करते हुए योजनाओं को धरातल पर उतारने की बात कही। कार्यशाला में पंचायती राज विभाग सहित संबंधित रेखीय विभागों के अधिकारी/कार्मिक उपस्थित रहे।