निःशुल्क स्वास्थ्य परामर्श शिविर एवं बेबीनार का आयोजन
देहरादून। विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर संजय आॅर्थोपीडिक, स्पाइन एवं मैटरनिटी सेन्टर व सेवा सोसाइटी द्वारा निःशुल्क पोलियो, सी.पी. एवं स्त्री रोग स्वास्थ्य परामर्श शिविर एवं बेबीनार का आयोजन किया गया। विकलंगता व्यक्ति की हर क्षमता को हर ढंग से क्षमता को कम करती है। दिव्यांगजन की क्षमता किसी भी सक्षम व्यक्ति की क्षमता से हर ढंग से कम होती है। हमारे देश में आॅर्थोपीडिक विकलंगता के मुख्य कारण है पोलियो, सी.पी. तथा सड़क दुघटनाऐं। भारत सरकार की अद्वितीय पल्स पोलियो पहल से जनवरी 2011 के बाद अब तक एक भी पोलियो का नया केस नहीं मिला है लेकिन इसके बावजूद भी देष में पुराने पोलियो के लाखों-करोड़ों मरीजों का जीवन दयनीय स्थिति में है।
इन्हीं व्यक्तियों के लिए सेंटर द्वारा विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर निःशुल्क स्वास्थ्य परामर्श शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण एवं स्वास्थ्य रहने की सलाह दी गई। तथा जिन मरीजों को आॅपरेशन की आवश्यकता है उन मरीजों के लिए सेंटर द्वारा 25 से 50 प्रतिषत की छूट दी गई है।
निःषुल्क स्वास्थ्य परामर्ष शिविर के दौरान आॅर्थोपीडिक एवं स्पाइन सर्जन डाॅ. गौरव संजय ने सेंटर में इलाज हुए पुराने मरीजों के परिणामों को आये हुए मरीजों को दिखाया तथा उन्होंने बताया कि पोलियो मरीजों में आॅपरेशन के बाद अपेक्षित परिणाम आते है। अधिकांशतः मरीज आॅपरेशन के बाद पहले की स्थिति से बेहतर हो जाते है। पद्मश्री से सम्मानित वरिष्ठ आॅर्थोपीडिक एवं स्पाइन सर्जन डाॅ. बी. के. एस. संजय ने बताया कि पोलियो और सी.पी. के मरीजों में आॅपरेषन जल्दी से जल्दी कराना चाहिए क्योंकि उनका मानना है कि पौंधें सीधे किये जा सकते है पेड़ नहीं। इस स्वास्थ्य शिविर के दौरान राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित स्त्री एवं प्रसूति रोग विषेषज्ञ डाॅ. सुजाता संजय ने महिला मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण किया तथा आये हुई महिला मरीजों को सम्बोधित करते हुए कहा कि परिवार की रीढ़ एक मातृशक्ति होती है और हम महिलाओं को अपने स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखना चाहिऐ क्योंकि उनका मानना है कि एक स्वस्थ महिला ही एक स्वस्थ परिवार का निर्माण करती है जिससे कि एक स्वस्थ समाज का निर्माण हो सकें।