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उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय के एनएसएस स्वयंसेवियों ने चलाया स्वच्छता जागरूकता कार्यक्रम

देहरादून। उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय परिसर देहरादून द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना के तहत आयोजित एक दिवसीय स्वच्छता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की रूपरेखा के अनुरूप मंच का संचालन करते हुए नरेंद्र जगुडी मुख्य अतिथि एवं वक्ता प्रो०आर०सी० नौटियाल भू०पू० डीन हे०न०ब०ग० विश्वविद्यालय,विशिष्ट अतिथि लेखराज सिंह भू०पू० छात्र संघ अध्यक्ष डी०ए०वी० (पी०जी०) कॉलेज,विशिष्ट अतिथि प्रो० आर०के० श्रीवास्तव भू०पू० डीन हे०न०ब०ग० विश्वविद्यालय, डॉ दिनेश कुमार निदेशक उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय परिसर देहरादून एवं एन०एस०एस० के छात्रों का स्वागत कर कार्यक्रम को विधिवत आगे बढ़ाया। एक दिवसीय स्वच्छता जागरूकता कार्यक्रम पर एन०एस०एस० के छात्रों को सम्बोधित करते हुए डॉ दिनेश कुमार ने कहा कि एन०एस०एस० द्वारा हम समाज में जन जागरूकता फ़ैला सकते हैं। हम सभी को प्रधानमंत्री से प्रेरणा लेते हुए उनके द्वारा चलाए जा रहे देशव्यापी स्वच्छता कार्यक्रम का हिस्सा बनकर उसे जन जन तक पहुंचना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा की कोविड महामारी के समय एन०एस०एस० द्वारा प्रशिक्षित युवाओं ने काफी योगदान किया। कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए सहायक क्षेत्रीय निदेशक अनिल कण्ड़ारी द्वारा एन०एस०एस० के छात्रों को सम्बोधित करते एन०एस०एस० के स्लोगन नॉट मी बट यू की व्याख्या की।
उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि एन०एस०एस० के छात्र देश एवं समाज को स्वाबलम्बी बना सकते हैं एवं समाज मे फैली समस्याओं का निदान कर सकते हैं। इसी क्रम में कार्यक्रम की रूपरेखा के अनुरूप आगे बढ़ाते हुए सहायक प्राध्यापक पर्यटन डॉ सुभाष रमोला द्वारा एन०एस०एस० के छात्रों को सम्बोधित करते कहा कि आज ही के दिन राष्ट्रीय संकल्प दिवस भी मानाया जाता है । इसी के साथ उन्होंने उत्तराखण्ड देवभूमि उद्यमिता योजना के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि हमारा राज्य एक मजबूत राज्य है किन्तु आज पलायन एक अभिशाप बन चुका है ,बेहतर आजीविका के लिए युवा पलायन कर रहे हैं किन्तु सरकार द्वारा चलाए जा रही योजना के माध्यम से आप पोर्टल के माध्यम से आप पंजीकरण करवा कर अपने विचार पलायन के विषय पर रखी जा सकती है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड का युवा सिर्फ नौकरी के बारे में सोचता है लेकिन इस धारणा को बदलकर उसे व्यवसाय की ओर बदल सकता है जिससे की उसका भविष्य सुरक्षित हो सकता है। कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए विशिष्ट अतिथि लेखराज सिंह द्वारा एन०एस०एस० के छात्रों को सम्बोधित करते कहा कि स्वच्छता अति आवश्यक है जहां स्वच्छता का ध्यान नहीं रखा जाता है वहाँ जानलेवा बीमारियाँ जन्म लेती हैं। उन्होंने एन०एस०एस० के छात्रों को यह भी बताया कि समाज में कई प्रकार की सामाजिक बीमारियाँ फैली हुई हैं उनका भी जन जागरूकता के माध्यम से समूल नाश करने का प्रयत्न करना चाहिए । इसी क्रम में कार्यक्रम की रूपरेखा के अनुरूप आगे बढ़ाते हुए प्रो० आर० के० श्रीवास्तव ने छात्रों को सम्बोधित करते कहा कि स्वच्छता स्वयं से ही शुरू होती है वैचारिक रूप से ,व्यवहारिक रूप से स्वच्छ रहते हैं। इसका प्रभाव सामाजिक स्तर पर सभी पर पड़ता है। स्वच्छता कार्यक्रम का अभिप्राय केवल परिसरीया स्वच्छता ही नहीं अपितु सभी प्रकार की स्वच्छता से अभिप्राय है। उन्होंने बताया कि सामाजिक कार्यकर्ता भी एक तरह का उद्यम है ,उसका यह दायित्व रह जाता है कि हम सभी तरह की स्वच्छता की बातें करें। इसी क्रम में कार्यक्रम की रूपरेखा के अनुरूप आगे बढ़ाते हुए मुख्य अतिथि एवं वक्ता प्रो०आर०सी० नौटियाल द्वारा एन०एस०एस० के छात्रों को सम्बोधित करते कहा कि चौरिटी बेगिन्स ऐट होम कल्याण की भावना घर से शुरू होनी चाहिए । हमें अपने आप को आत्म केंद्रित न होकर जन कल्याण की भावना को चरितार्थ करना चाहिए। संस्कारों एवं स्वभावों की बात करते हुए कहा कि इसकी प्रथम पाठशाला परिवार होता है। यदि हमारा नैतिक मूल्यों का हनन होता है तो हमारा सामाजिक जीवन भी प्रभावित होता है। उन्होंने स्वच्छता विषय पर विस्तृत जानकारी देते हुए स्वच्छता के महत्व जीवन में समझाए । इसी के साथ कार्यक्रम को सम्पन्न करते हुए सहायक प्राध्यापक डॉ० भावना डोभाल द्वारा सभी गणमान्य अतिथियों एवं एन०एस०एस० के छात्रों का आभार एवं धन्यवाद ज्ञापित कर कार्यक्रम का विधिवत पूर्वक सम्पन्न किया। एक दिवसीय स्वच्छता जागरूकता कार्यक्रम में सभी एन०एस०एस० छात्रों एवं अधिकारी,कर्मचारी गणों ने परिसर कार्यालय के परिसर में स्वच्छता अभियान भी चलाया गया।

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