नव निर्मित परिवार न्यायालय भवन का माननीय मुख्य न्यायाधीश द्वारा किया गया वर्चुअल उद्घाटन
देहरादून। जनपद में नव निर्मित परिवार न्यायालय भवन का माननीय मुख्य न्यायाधीश रघुवेन्द्र सिंह चैहान द्वारा वर्चुअल उद्घाटन किया। इस अवसर पर माननीय मुख्य न्यायाधीश न्यायमुर्ति ने बताया कि उत्तराखण्ड में सबसे ज्यादा वाद जनपद देहरादून में लम्बित है एवं वर्तमान में स्थापित परिवार न्यायालय में जगह कम होने के कारण उपस्थित होने वाले वादकारियों को काफी असुविधा होती है और मामलों में ज्यादा समय तक लम्बित होने के कारण पति पत्नी के मध्य काफी विवाद उत्पन्न हो जाता है जिसका खामियाजा उनके बच्चों को झेलना पड़ता है और उसका असर उनके मानसिक विकास पर पड़ता है। उन्होंने कहा कि नवनिर्मित परिवार न्यायालय भवन का निर्माण सराहनीय है उन्होंने बार के सदस्यों से पुरानों वादों का निस्तारण करने में न्यायालय को सहयोग करने का अनुरोध किया तथा सरकार से भी न्यायालयों के भवन निर्माण में शीघ्रता दिखाने की अपेक्षा की ताकि न्याय व्यवस्था और बेहतर बन सके।
इस अवसर पर प्रशासनिक अधिकारी, न्यायाधीश, न्यायामूर्ति मनोज कुमार तिवारी द्वारा अपने सम्बोधन में कहा कि सही न्याय दिलाने के लिए अच्छी अधिारिक संरचना (भवन, पानी, बिजली, पक्षकारों के बैठने का उचित स्थान, बच्चों के लिए उचित साधन आदि) होनी आवश्यक है ताकि वातावरण में पक्षकारों को न्याय मिल सके।
इस अवसर पर माननीय प्रशासनिक न्यायामूर्ति मनोज कुमार तिवारी, मा न्यायामूर्ति शरद कुमार, माननीय न्यायामूर्ति आलोक वर्मा, मा0 न्यायामूर्ति आर.सी खुल्बे, मा0 जिला न्यायाधीश प्रदीप पन्त, मा0 प्रमुख सचिव उत्तरखण्ड शासन, मा0 न्याय सचिव उत्तराखण्ड शासन, मा0 एल0आर0 गर्वनर, जनपद देहरादून के सम्मानित न्यायायिक अधिकारीगण व बार एसोशिएशन के अध्यक्ष एवं अन्य अधिवक्तागण, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, अपर जिलाधिकारी आदि उपस्थित थे।