मुख्यमंत्री ने कोविड-19 से सम्बन्धित राहत केन्द्र क्वारंटीन सेंटर एवं चिकित्सालय मे व्यवस्थाओं का जायजा लिया
देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने जनपद भ्रमण के दौरान राधास्वामी सत्संग व्यास स्टेजिग एरिया में संचालित कोविड-19 से सम्बन्धित राहत केन्द्र क्वारंटीन सेंटर का जायजा लिया इसके बाद जिला चिकित्सालय मे रामसुमेर शुक्ल मेडिकल कालेज के 300 बेडों के चिकित्सालय का निरीक्षण एवं चिकित्सालय मे व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इसके उपरान्त मुख्यमंत्री रावत एपीजे अब्दुल कलाम सभागार मे कोविड-19 राहत कार्यो एवं बचाव मे लगे सम्बन्धित अधिकारियों की समीक्षा बैठक की। उन्होने कहा कि उत्तराखण्ड में विभिन्न प्रान्तो से आ रहे प्रवासियों से कोरोना पॉजिटिव केस बढ रहे है ऐसे मे सभी लोगों को एहतियात बरतने की आवश्यकता है। उन्होने कहा कि विभिन्न प्रान्तो से उत्तराखण्ड के लोगों को लाने का निर्णय सरकार द्वारा लिया गया है। सरकार को पहले से ही अनुमान था कि बाहर से लोगों को लाने पर कोरोना केस बढेंगे इसलिए सरकार पहले से ही तैयारियों में जुटी है। उन्होने कहा कि सरकार हर परिस्थिति से लडने व निपटने के लिए तैयार व सक्षम है। समीक्षा बैठक मे मुख्य सचिव श्री उत्पल कुमार सिह तथा वित्त एवं स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि क्वारंटीन किये गये व्यक्ति क्वारंटीन के नियमों का पालन करें जो क्वारंटीन व्यक्ति क्वारंटीन नियमो का पालन नही करते है, उनसे सख्ती से पालन करवाया जाए। उन्होने कहा कि संक्रमण का दौर है सभी जनता अपनी जिम्मेदारियों को समझे व इस लडाई मे सहयोग करें। मुख्यमंत्री ने जनपद में कोविड -19 के संक्रमण को रोकने के लिए किये जा रहे कार्यो एवं व्यवस्थाओं की विस्तृत जानकारी ली। उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से आधुनिकतम उपकरणों की व्यवस्था कर रही है। उन्होने कहा कि स्वास्थ्य विभाग हमारी फ्रंट लाइन वारियर टीम है इसलिए स्वास्थ्य कर्मी सहज व सक्रिय रहकर कार्य करें। उन्होंने कहा प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों, कर्मचारियों द्वारा रात-दिन तत्परता के साथ जो सेवाये दी जा रही है वह भी प्रशंसनीय है।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि कोरोना संक्रमण के लिहाज से आनेवाले 10 दिन काफी अहम होंगे ऐसे में हम एहतियात बरतने की जरूरत होगी तथा संयम से कार्य करने व रहने का समय है। उन्होने कहा जिन्हें क्वारंटीन किया गया है अगर अगले 10 दिन तक उनकी रिपोर्ट नगेटिव आने के साथ ही उनमें दूसरे लक्षण भी नही दिखते है तो ऐसे लोगो को घर भी भेजा जा सकता है। उन्होने सभी अधिकारियों व कर्मचारियों से कहा कि वह पूरी तत्परता कार्य कुशलता एवं निष्ठा के साथ संक्रमण काल मे टीम भावना के साथ दायित्वों का निर्वहन करें। उन्होने जनता से अपील की है कि सोशल डिस्टेंस का अवश्य पालन करे ताकि कोरोना संक्रमण को बढने से रोका जा सकें। सांसद अजय भटट ने कहा बाहर से आने वाले प्रवासियों से अपील की है कि वे क्वारंटीन के नियमों का अनिवार्य रूप से पालन करें, नियम तोडने वालों से सख्ती से निपटने के भी निर्देश अधिकारियों को दिये। उन्होने जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस विभाग व अन्य विभागीय अधिकारियों, कर्मचारियों द्वारा इस आपदा दौर मे किये जा रहे कार्यो की सराहना की। उन्होने कहा कि सरकार की पहली प्राथमिकता प्रत्येक आम नागरिक को बचाने की है।
मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिह ने बताया कि राज्यभर मे अब तक 1.54 लाख लोग आ चुके है। उन्होने कहा कि विभिन्न प्रान्तों से लोगो का आना बढ रहा है इसलिए आने वाले समय में कोविड केयर चिकित्सालय में पर्याप्त व्यवस्थाओं के साथ ही कोरेन्टीन सेन्टर में भी पर्याप्त व्यवस्थायें रखी जांए। उन्होने कहा कि होम एवं संस्थागत कोरेन्टीन किये गये व्यक्तियों की नियमित चैंकिंग की जाए तथा कोरेन्टीन का पालन कराया जाए जो कोरोन्टीन नियमो का पालन नही करता है उनके खिलाफ कार्यवाही की जाए। श्री कुमार ने कोरेन्टीन सेन्टर व स्टेजिंग एरिया मे साफ सफाई व्यवस्था, सेनेटाइजेशन आदि की व्यवस्थायें सुनिश्चित कराने के भी निर्देश दिये।
जिलाधिकारी डा0 नीरज खैरवाल ने बताया कि बाहर से आने वाले लोगों का स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण करने के उपरान्त ही उन्हे होम अथवा संस्थागत क्वारंटीन किया जा रहा है व लगभग 11138 लोगो को होम कवारंटीन किया गया तथा लगभग 170 ग्रामीण क्षेत्रो मे विलेज क्वारंटीन सेंटर बनाये गये है। उन्होने बताया 1546 लोगो को फैसेलिटी क्वारंटीन किया गया। उन्होने बताया स्थानीय होटलो मे भी क्वांरटीन फेसिलिटी हेतु व्यवस्था की गई है। उन्होने बताया जनपद की सीमाओ पर 124 चैक पोस्ट बनाये गये है, जिसमे केवल 11 चैक पोस्ट द्वारा ही जनपद मे लोगों को प्रवेश कराया जा रहा है। उन्होने बताया बाहर से आने वाले मजदूरो के रोजगार हेतु स्थानीय कम्पनियो से समन्वय स्थापित कर तालमेल किया जा रहा है व बाहर से आने वाले मालवाहनो को भी बार्डर पर चैक करने के उपरान्त ही जनपद मे प्रवेश दिया जा रहा है। उन्होने कहा कि पुलिस विभाग द्वारा 1939 लोगो की एसपीओ फोर्स तैनात की गई है, जो कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के लिए निःशुल्क योगदान दे रहे है। उन्होने कहा कृषि क्षेत्र मे मनरेगा के तहत जॉब कार्ड बनाये जा रहे है ताकि प्रवासियां को रोजगार मिल सके। उन्होने राम सुमेर शुक्ल मेडिकल कालेज मे 300 बेड तैयार होने व जल्द ही बेडो की संख्या बढाने की बात कही।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रेनू गंगवार, विधायक राजकुमार ठुकराल, राजेश शुक्ला, हरभजन सिंह चीमा, पुष्कर सिंह धामी, मेयर राजपाल सिंह, उषा चौधरी, जिलाध्यक्ष शिव अरोरा सहित वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बरिन्दरजीत सिंह, मुख्य विकास अधिकारी मयूर दीक्षित, अपर जिलाधिकारी जगदीश चन्द्र काण्डपाल, उत्तम सिंह चौहान, एमएनए जयभारत सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 शैलजा भट्ट आदि उपस्थित थे।