सीआईएमएस एंड यूआईएचएमटी ग्रुप ऑफ कालेज एवं यूसर्क के मध्य हुआ एमओयू
देहरादून। सीआईएमएस एंड यूआईएचएमटी ग्रुफ ऑफ कॉलेज देहरादून की सुपर-300 मिशन एजुकेशन स्कीम को उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र (यूसर्क) का साथ मिला है। प्रदेश के आर्थिक रूप से कमजोर योग्य छात्र-छात्राओं को मुफ्त उच्च शिक्षा, चिकित्सा प्रदान करने हेतु सीआईएमएस एंड यूआईएचएमटी ग्रुफ ऑफ कॉलेज देहरादून तथा उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र (यूसर्क) देहरादून के बीच एम.ओ.यू. श्मेमोरेंडम आफ अंडरस्टैंडिंग पर हस्ताक्षर हुए हैं। यूसर्क की ओर से यूसर्क निदेशक प्रोफेसर अनीता रावत तथा सीआईएमएस एंड यूआईएचएमटी ग्रुफ ऑफ कॉलेज देहरादून की ओर से ग्रुप के चेयरमैन एडवोकेट ललित मोहन जोशी ने समझौते पर हस्ताक्षर किए।
यूसर्क निदेशक प्रो. (डॉ.) अनीता रावत ने बताया कि यूसर्क द्वारा प्रदेश भर में 13 चेतना केन्द्र चलाए जा रहे हैं। इस समझौते के आधार पर यूसर्क हर चेतना केन्द्र से 5 आर्थिक रूप से कमजोर योग्य बच्चों को निशुल्क उच्च शिक्षा, चिकित्सा शिक्षा एवं यावसायिक शिक्षा हेतु सीआईएमएस एंड यूआईएचएमटी ग्रुफ ऑफ कॉलेज देहरादून को उपलब्ध कराएगा। जिससे कि कमजोर आर्थिकी के कारण कोई भी योग्य छात्र-छात्राएं उच्च शिक्षा से वंचित न रह सके।
सीआईएमएस एंड यूआईएचएमटी ग्रुफ ऑफ कॉलेज देहरादून के चेयरमैन एडवोकेट ललित मोहन जोशी ने कहा कि आज का यह समझौता यूसर्क के चेतना केन्दों से जुड़े आर्थिक रूप से कमजोर छात्र-छात्राओं के लिए एक नई उम्मीद की किरण साबित होगा। इन सभी चयनित योग्य बच्चों को संस्थान निःशुल्क उच्च शिक्षा प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि दोनों संस्थान मिलकर प्रदेश के अंतिम छोर से आने वाले छात्र को भी उच्च शिक्षा, चिकित्सा शिक्षा, व्यावसायिक शिक्षा प्रदान करने हेतु मिलकर काम करेंगे। इस अवसर पर यूसर्क वैज्ञानिक डॉ. ओम प्रकाश नौटियाल ने कहा कि दोनों संस्थाओं के बीच का यह समझौता प्रदेश के शैक्षिक एवं वैज्ञानिक विकास में मील का पत्थर सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि दोनों संस्थाओं के सम्मिलित प्रयासों से प्रदेश भर के छात्र-छात्राएं लाभान्वित होंगे। इस अवसर पर यूसर्क निदेशक प्रो. (डॉ.) अनीता रावत, सीआईएमएस एंड यूआईएचएमटी ग्रुफ ऑफ कॉलेज देहरादून के चेयरमैन एडवोकेट ललित मोहन जोशी, यूसर्क वैज्ञानिक डॉ. ओम प्रकाश नौटियाल, डॉ मंजू सुंदरियाल, डॉ. भावतोष शर्मा, सीआईएमएस कॉलेज के बॉयोकेमिस्ट्री विभाग प्रमुख डॉ. रंजीत कुमार सिंह उपस्थित थे।