मोबाईल टावर लगाने के नाम पर जेई से ठगे ग्यारह लाख रूपये
पानीपत। पीडब्ल्यूडी के जेई को रिलायंस 4जी का टावर लगवा 45 लाख रुपये कमाने का झांसा दे गिरोह ने 11 लाख रुपये ठग लिये। गिरोह ने 52 हजार रुपये प्रतिमाह वेतन पाने का लालच दिया। गिरोह में शामिल महिला सहित नौ ठगों ने वारदात को अंजाम दिया। ठगों ने पीडि़त 27 लाख रुपये का नकली बैंक ड्राफ्ट भेजा तब ठगी का पता चला। ठगों को छत्तीसगढ़ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
पीडब्ल्यूडी के जेई पीडब्ल्यूडी कॉलोनी निवासी सुरजीत कुहाड़ ने पुलिस को शिकायत दी कि पैतृक गांव बड़वासनी में मोबाइल टावर लगवाने के लिए हिसार से फोन आया। उसने 2 नवंबर 2015 को डाक्यूमेंट कोरियर से हिसार भेज दिए। 16 दिसंबर को उसे बताया गया कि उसका रिलायंस लाइफ इंश्योरेंस से बीमा हो गया है। नेहा शर्मा नामक महिला ने फरवरी 2016 में उसे बताया कि टावर लगवाने की एवज में 52 हजार रुपये प्रति माह, नौकर को वेतन और 45 लाख रुपये एडवांस मिलेंगे। उससे नेहा शर्मा सहित नौ लोगों ने एक्साइड लाइफ इंश्योरेंस और अन्य कई खातों में 11 लाख रुपये जमा करा लिए। उसके पास रसीद भी भेजी गई। 11 जून 2019 में उसके पास 27 लाख 78 हजार 690 रुपये का केनरा बैंक के नाम बेंगलुरू से ड्राफ्ट आया। उसने बैंक मैनेजर से बातचीत की तो पता चला कि बैंक ड्राफ्ट फर्जी है।
इनके खिलाफ हुआ केस दर्ज थाना शहर प्रभारी राजबीर ने बताया कि जेई सुरजीत की शिकायत पर नेहा शर्मा, प्रदीप सैन, कुलदीप सक्सेना, पंकज राठौर, रमेश भटनागर, दीपक शर्मा, अमित चौहान, मनीष कुमार और संजीव अग्रवाल के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है। सूचना मिली है कि ठगों को छत्तीसगढ़ पुलिस ने गिरफ्तार कर रखा है। आरोपितों को प्रोडक्शन वारंट पर लाया जाएगा।