भारतीय गौक्रान्ति मंच के सदस्यों ने गौमाताओं को गले लगाकर मनाया गौ-आलिंगन दिवस
देहरादून। जहाँ एक तरफ कुछ पाश्चात्यवादी संस्कृति से प्रेरित युवा वैलेंटाइन डे मना रहे हैं वहीं दूसरी ओर भारतीय संस्कृति को मानने वाले सैकड़ों गौभक्तों ने देहरादून में गौ क्रांति अग्रदूत संत गोपाल मणि महाराज जी द्वारा संचालित गौशाला श्री गोपाल गोलोक धाम थानों सिरियू देहरादून में जाकर गौ माताओं को गले लगाकर गौ आलिंगन दिवस मनाया । जैसा कि विदित है कि अभी कुछ दिन पूर्व भारत सरकार के पशु कल्याण मंत्रालय ने एक आदेश जारी किया था कि 14 फरवरी को वेलेंटाइन डे के दिन गौ माता को गले लगा कर गौ- आलिंगन दिवस मनाएं उसी के क्रम में आज देहरादून के साथ पूरे भारतवर्ष के गौ भक्तों ने अपने-अपने नजदीक गौधामों में जाकर के गौ माताओं को गले लगाकर गो आलिंगन दिवस मनाया गायों के साथ खूब सेल्फी खींची । इस अवसर पर भारतीय गौ क्रांति मंच और गौ कथा वाचक पूज्य गोपाल श्मणिश् महाराज के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ रामभूषण बिजल्वाण ने बताया की वास्तव में आज गौ माता की ही गले लगाने जरूरत है क्योंकि वर्तमान में जिस प्रकार से लाखों की संख्या में भारत की आध्यात्मिक सामाजिक-आर्थिकी की मूल गौमाता लाखों की संख्या में कत्ल खानों में कट रही है और शेष बची गायें सड़कों में घूमने को मजबूर है इसलिए आज आवश्यक है कि सभी सनातन हिंदू गाय को गले लगाएं तथा उसके संरक्षण-संवर्द्धन और सम्मान के लिए आगे आएं क्योंकि सनातन हिंदू धर्म के मूल में गौमाता ही है गौ से ही सनातन हिन्दू धर्म की पहचान है गाय बचेगी तो ही सनातन धर्म बचेगा। साथ ही केंद्र सरकार से मांग की कि सरकार करोडों हिंदुओं की आस्था का सम्मान करते हुए अविलंब गौ को पशु मंत्रालय से अलग कर गौ मंत्रालय की स्थापना करें और गौ को राष्ट्रमाता का संवैधानिक सम्मान दें।