विवाहिता ने प्रेमी के साथ मिलकर की पति की हत्या, दोनों गिरफ्तार
रुद्रपुर। रुद्रपुर में अवैध संबधों के चलते विवाहिता ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या कर दी। पति की हत्या के बाद शव नाले के किनारे एक खेत में दफन कर दिया। घटना के सात दिन बाद मृतक के भाई ने नाले किनारे मिले फावड़े और ताजा खुदे गड्ढे को देखकर पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने गड्ढा खोदकर शव बाहर निकाला। घटनास्थल से फावड़ा, जिस ईंट से हत्या की गई वह ईंट पुलिस ने बरामद कर ली। परिजनों की सूचना पर हत्यारोपी प्रेमी और विवाहिता को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। कुंआखेड़ा निवासी भागीरथ (30) पुत्र रमेश सिंह राणा का विवाह अमाऊं निवासी राजनंदनी से 2013 में हुआ था। 13 फरवरी से भगीरथ घर से लापता था।
17 फरवरी को भगीरथ की मां रामश्री की तहरीर पर पुलिस ने कोतवाली में भगीरथ की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। भगीरथ के परिजन, 13 फरवरी से उसकी तलाश कर रहे थे। शनिवार को भगीरथ का भाई शुभम राणा नाले की ओर गया था। यहां उसे एक फावड़ा नजर आया और सुग्रीव सिंह के खेत में एक ताजा खुदा हुआ गड्ढा था। शक होने पर शुभम ने इसकी सूचना पुलिस को दी। घटनास्थल पर पहुंचे एसएसआई देवेंद्र गौरव, हल्का इंचार्ज कैलाश देव ने गड्ढा खुदवाया तो उसमें भगीरथ का शव पड़ा हुआ था। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवा दिया। शुभम ने पुलिस को तहरीर सौंपकर अपनी भाभी राजनंदनी पर उसके प्रेमी संकेत सिंह निवासी कुंवाखेड़ा पर अवैध संबंधों के चलते उसके भाई की हत्या का आरोप लगाया। पुलिस दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने घटना स्थल से ईंट बरामद कर ली। इससे भगीरथ की हत्या की गई थी। पुलिस मुकदमा दर्ज कर हत्यारोपियों को जेल भेजने की तैयारी कर रही है।
घटना का खुलासा करते हुए अपर पुलिस अधीक्षक ममता बोहरा ने बताया कि आरोपी संकेत और राजनंदनी के बीच बीते पांच वर्षों से अवैध संबंध थे। राजनंदनी अपने प्रेमी संकेत पर पति भगीरथ को रास्ते से हटाने के बाद उसके साथ रहने के लिए दबाव बना रही थी। मौका पाकर 13 फरवरी की शाम साढ़े आठ बजे राजनंदनी अपने पति भगीरथ को अपने घर के पीछे लेकर गई। यहां दोनों आरोपियों ने भगीरथ को दबोच लिया और उसका गला दबा दिया। आरोपी संकेत ने अधमरे भगीरथ को कंधे पर लादा और नाले के किनारे सुग्रीव के खेत में दफन कर दिया। इससे पहले आरोपी ने राजनंदनी से फावड़ा मंगाकर गड्ढा खोदा और यहां रखी ईंट से भगीरथ के सिर पर वार कर उसकी जान ले ली।