दून नगर निगम बैठक में हंगामे के बीच कई प्रस्ताव पास
-कांग्रेसी पार्षदों ने किया जमकर हंगामा
-कोविड वैक्सीन आने के बाद वार्डों में मिलेगा विकास कार्यो का बजट
-सार्वजनिक स्थानों पर कूड़ा फेंकने पर लगेगा जुर्माना
देहरादून। नगर निगम बोर्ड बैठक में सोमवार को कांग्रेस के पार्षदों ने जमकर हंगामा किया। इनका कहना था कि उनके द्वारा दिए गये प्रस्तावों पर कोई कार्य नहीं हुआ है। जिसके चलते उन्होंने बोर्ड बैठक का बहिष्कार करने की चेतावनी भी दी। हालांकि मेयर के समझाने पर बाद में कांग्रेसी पार्षद मान गये और बैठक में शामिल हुए। बोर्ड बैठक में यह फैसला लिया गया है कोविड वैक्सीन आने के बाद ही वार्डों के विकास कार्यों के लिए बजट आवंटित किया जाएगा।
नगर निगम सभागार में मेयर सुनील उनियाल गामा की अध्यक्षता में बोर्ड बैठक आयोजित की गई। बोर्ड बैठक शुरू होते ही कांग्रेसी पार्षदों ने भी हंगामा शुरू कर दिया। कांग्रेस के पार्षदों का कहना था कि उनके वार्डों में कार्यों के लिए तीन-तीन कर्मचारी ही दिए गये हैं जबकि भाजपा के पार्षदों के वार्डों में पांच-पांच कर्मचारी लगाए गये हैं। वहीं कांग्रेस पार्षदों की ओर से दिए गये प्रस्तावों पर कोई कार्यवाही नहीं किए जाने पर भी पार्षद भड़क गये और हंगामा करने लगे। जिस पर मेयर ने उनको शांत कराया।
बोर्ड बैठक में निर्णय लिया है कि सार्वजनिक स्थानों पर कूड़ा फेंकने वालों के खिलाफ अब नगर निगम द्वारा सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए स्वयं सेवी संस्थाओं को भी नगर निगम के साथ शामिल किया जाएगा और एक समिति का गठन होगा। समिति में शामिल एनजीओ सार्वजनिक स्थानों पर कूड़ा फेंकने वालों की मानिटरिंग करेगी। इसके साथ ही एनजीओ द्वारा लोगों को कूड़ा वाहनों में ही कूड़ा देने या कूड़ादान में ही कूड़ा डालने के लिए जागरूक किया जाएगा। यह भी तय किया गया है कि जो भी व्यक्ति सार्वजनिक स्थान पर कूड़ा फेंकते हुए पकड़ा जाएगा तो उससे पांच सौ लेकर पांच हजार तक का आर्थिक दंड वसूला जाएगा।
बैठक में वार्डों में कार्य कराए जाने के लिए बजट के मामले में स्पष्ट किया गया कि कोविड वैक्सीन आने के बाद ही वार्डों को विकास कार्यों के लिए बजट जारी किया जाएगा। इस दौरान बैठक में विधायक खजानदास और उमेश शर्मा काऊ, नगर आयुक्त विनय शंकर पांडेय भी मौजूद रहे।