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महर्षि वाल्मीकि जयंती के परिपेक्ष्य में ज्योति बाबा का नशा मुक्ति का संदेश

कानपुर/लखनऊ। महर्षि वाल्मीकि हमारे नशे में लिप्त युवा वर्ग के लिए,जो कहते हैं कि नशा चाह कर भी नहीं छोड़ पा रहा हूं उन सब के लिए एक उत्कृष्ट,आदर्श एवं अनुकरणीय उदाहरण है जब वे रत्नाकर डाकू से अपने अंतस चेतना जगाकर महर्षि वाल्मीकि बन जाते हैं तब क्या आप अपने माता-पिता परिवार की खुशी के लिए एवं स्वयं के उद्धार के लिए तुच्छ नशा नहीं छोड़ सकते हो ? उपरोक्त बात नशा मुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल के तहत राष्ट्रीय सुरक्षा मिशन व सोसायटी योग ज्योति इंडिया के संयुक्त तत्वाधान में महर्षि वाल्मीकि जयंती पर्व के परिपेक्ष्य में आयोजित राष्ट्रीय वेबीनार शीर्षक “ग्रामीण अंचलों में बढ़ती नशाखोरी कारण और निवारण” तथा “नशा मुक्ति युवा भारत में महर्षि वाल्मीकि के संदेश” पर अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्त अभियान के प्रमुख नशा मुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल के नेशनल ब्रांड एंबेसडर योग गुरु ज्योति बाबा ने कही, ज्योति बाबा ने आगे कहा कि महर्षि वाल्मीकि ने जीवन में मर्यादित आचरण करने का संदेश अपनी कथनी और करनी से देकर हमारा हर पल सद मार्गदर्शन कर रहे हैं उनके जीवन चरित्र में इतनी जागृत शिक्षाएं मौजूद हैं उनको आत्मसात कर हर नौजवान भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में अग्रणी भूमिका निभा सकता है।
      मिशन सुरक्षा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष गंगाराम अंबेडकर ने कहा कि मजे के चक्कर में ग्रामीण अंचल का युवा भी नशे के जाल में फंस रहा है पर जब नशा लोगों का मजा लेना शुरू कर देता है उस समय नशा नहीं छोड़ पाने के चलते जीवन को नरक बना लेता है आज जो व्यक्ति नशा नहीं करता उस व्यक्ति को आज के जीवन का सबसे महान व्यक्ति माना जाता है और गांव की प्रगति व खुशहाली नशा मुक्त जीवन से ही संभव है इसीलिए महर्षि वाल्मीकि जयंती पर्व के परिपेक्ष्य में आयोजित वेबीनार के द्वारा भारत के सभी ब्लॉक स्तर तक के लोगों को यही संदेश है कि वह ना नशा करें और ना ही वह नशा करने दें और अपने गांव को मेरा गांव नशा मुक्त गांव को सार्थक एवं सफल बनाएं।
       इस मौके पर योग गुरु ज्योति बाबा ने गंगाराम अंबेडकर को पगड़ी अंग वस्त्र व ट्राफी देकर सम्मानित भी किया। वेबीनार में प्रश्न राउंड में आए सवाल जैसे नशा मुक्ति युवा भारत कैसे बनेगा, महिलाओं कि क्या और कैसी भूमिका होगी, स्कूल क्या रोल निभा सकते हैं, ग्रामीण क्षेत्रों में किशोरों को नशे से कैसे बचाया जाए, महर्षि वाल्मीकि के संदेशों को आत्मसात करने वाले चरित्र को कैसे गढ़े, इत्यादि पर योग गुरु ज्योति बाबा व गंगाराम अंबेडकर ने अपने प्रायोगिक विचार दिए। वेबीनार का संचालन अंजू सिंह व धन्यवाद रेलवे बोर्ड भारत सरकार के सदस्य कमरुद्दीन ने दिया, सुमित राज जिला प्रभारी बाराबंकी,योगेंद्र वर्मा रिंकू राष्ट्रीय प्रवक्ता,प्रवीण कुमार,सीटू दोहरे राष्ट्रीय उपाध्यक्ष,अभिषेक कुमार रावत मंडल अध्यक्ष प्रभात निगम,धर्मेंद्र सिंह,सोनू ,दिलीप कुमार एडवोकेट,संतोष कुमार यादव प्रदेश अध्यक्ष,रिजवान अहमद सिद्धकी राष्ट्रीय अध्यक्ष
     अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ,रामधनी अकेला राष्ट्रीय सूचना सेल प्रभारी एलआर गौतम राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष इत्यादि उपस्थित रहे।

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