महाराष्ट्र के राज्यपाल श्री भगत सिंह कोश्यारी के सम्मान में उत्तराखण्ड इंडस्ट्रीज एसोसिएशन द्वारा अभिनन्दन समारोह एवं विकास गोष्ठी का किया गया आयोजन
देहरादून। शनिवार को ओ.एन.जी.सी. सभागार में महाराष्ट्र के राज्यपाल श्री भगत सिंह कोश्यारी के सम्मान में उत्तराखण्ड इंडस्ट्रीज एसोसिएशन द्वारा अभिनन्दन समारोह एवं विकास गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस समारोह में मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, सांसद श्री अजय भट्ट, मेयर श्री सुनील उनियाल गामा, उच्च शिक्षा राज्यमंत्री श्री धन सिंह रावत, विधायक श्री हरबंस कपूर, श्री खजान दास, श्री सहदेव पुण्डीर, श्री मुकेश कोली, श्री पुष्कर सिंह धामी, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष श्री किशोर उपाध्याय, अध्यक्ष उत्तराखण्ड इंडस्ट्रीज एसोसिएशन श्री पंकज गुप्ता के साथ ही विभिन्न राजनैतिक दलो, सामाजिक संगठनों, संस्थाओं के प्रतिनिधियों द्वारा श्री कोश्यारी को सम्मानित किया गया। राज्यपाल श्री भगत सिंह कोश्यारी ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए उत्तराखण्ड के समग्र विकास में भागीदार बनने की अपेक्षा की। उन्होंने उद्योग जगत से अपेक्षा की कि राज्य के दुर्गम क्षेत्रों में उद्योगों की स्थापना पर ध्यान दे, ताकि पर्वतीय क्षेत्रों के लोगों का रोजगार के अवसर उपलब्ध हो। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि पर्वतीय क्षेत्रों में उद्योगों की स्थापना के लिए भूमि प्रबंधन पर हमे ध्यान देना होगा। पर्वतीय क्षेत्रों में संयुक्त खातों की वजह से भूमि की उपलब्धता में आने वाली कठिनाई को दूर किया जा सके। प्रदेश के दूरस्थ गांवों के लोगों को खेती से जोड़ने के लिये कृषि को मनरेगा से जोड़ने पर भी उन्होंने बल दिया। उन्होंने कहा कि हमें नैनीताल, मसूरी की भांति पर्वतीय क्षेत्रों में नए नगर बसाने की दिशा में पहल करनी होगी। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड का विकास तेजी से हो रहा है, इसमें केन्द्र सरकार द्वारा भी पूरी मदद की जा रही है। केदारनाथ में किये जा रहे पुननिर्माण कार्यों को उन्होंने सराहनीय प्रयास बताते हुए कहा कि यह स्थान देश व दुनिया के श्रद्वालुओं के आकर्षण का प्रथम केन्द्र बनेगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड बनने के बाद पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने विशेष औद्योगिक पैकेज देकर राज्य के विकास की नीवं रखी। केन्द्र सरकार की जनहित से जुड़ी योजनाओं के कारण देश के विकास का नया माडल तैयार हो रहा है। देश के आम जनमानस में राष्ट्रीय भाव भी जागृत हुआ है। उन्होंने कहा कि हम सबको साथ चलकर समभाव बनाना होगा तथा हर एक के अच्छे गुणों को स्वीकार कर देश व प्रदेश के विकास में भागीदार बनना होगा। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने श्री कोश्यारी को सादगी की प्रतिमूर्ति सहज व सरल व्यक्तित्व का धनी बताते हुए उत्तराखण्ड के विकास में उनके प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि राज्य के समग्र विकास के प्रति उनकी सदैव सकारात्मक सोच रही है। राज्य बनने से पूर्व वे प्रदेश संघर्ष समिति के भी अध्यक्ष रहे। राज्य की दशा व दिशा निर्धारित करने से सम्बन्धित डाक्यूमेंट तैयार करने में उनका सहयोग रहा है। सांसद अजय भट्ट ने कहा कि श्री कोश्यारी ने सदैव कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ने के लिये उत्साहित ही नही किया उनका मार्गदर्शन भी किया। उन्होंने पौंधे को वृक्ष बनाने का कार्य किया व इतने सहद्धय है कि जो भी उनसे मिलता है व उन्हें भूल नही सकता। यह उनके विशाल व्यक्तित्व का ही प्रतिफल है कि उन्हें महाराष्ट्र का राज्यपाल की जिम्मेदारी सौंपी गई है।