एसएफए चैंपियनशिप में महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज ने जीता खिताब
देहरादून। महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज ने मंगलवार को देहरादून में शानदार आलराउंड प्रदर्शन के दम पर 64 पदक जीतकर ओलंपिक शैली के स्पोर्ट्स फॉर ऑल (एसएफए) चौंपियनशिप उत्तराखंड के दूसरे संस्करण का खिताब अपने नाम किया। देहरादून स्थित संस्थान ने 34 स्वर्ण पदक, 21 रजत और नौ कांस्य पदक जीते। अपने इस शानदार प्रदर्शन के कारण संस्थान ने विजेता की प्रतिष्ठित ट्रॉफी के साथ एक लाख रुपये की पुरस्कार राशि भी अपने नाम किया। इस संस्थान का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन एथलेटिक्स में आया, जिसमें उसने 21 स्वर्ण और 15 रजत सहित कुल 42 पदक हासिल किए।
भारत के अग्रणी फुली इंटीग्रेटेड डिजिटल प्लस ऑन-ग्राउंड मल्टी-स्पोर्ट प्लेटफॉर्म- स्पोर्ट्स फॉर ऑल द्वारा आयोजित इस चौंपियनशिप का उद्देश्य उत्तराखंड में जमीनी स्तर पर खेलों में क्रांति लाना है। टूर्नामेंट के दूसरे संस्करण ने 9,000 की भागीदारी के साथ एक बड़ी सफलता का स्वाद चखा। इस चौंपियनशिप का आयोजन देहरादून में पांच स्थानों पर 13 खेलों में हुआ, जिसमें 418 स्कूलों ने हिस्सा लिया। स्पोर्ट्स फॉर ऑल की सीएमओ समीरा खान ने कहा ष्एसएफए चौंपियनशिप उत्तराखंड के दूसरे संस्करण में प्रतिभागियों की प्रतिक्रिया और भागीदारी अद्भुत थी। यह हमें युवा एथलीटों के बीच खेल के प्रति एक मजबूत रुचि पैदा करने और जमीनी स्तर पर मल्टी स्पोर्ट्स चौंपियनशिप के माध्यम से उन्हें एक-एक-एक के साथ एक मंच प्रदान करने के लिए अपने प्रयासों को जारी रखने के लिए प्रेरित करता है। हम यहां देश में खेलों के विकास में योगदान देने के लिए हैं और इस तरह के परिणाम वास्तव में उत्साहजनक हैं। हमारा मानना है कि उत्तराखंड में खेलों के क्षेत्र में बहुत संभावनाएं हैं और इस चौंपियनशिप ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया है। हम, पुणे में एसएफए चौंपियनशिप के पहले संस्करण का भी आयोजन कर रहे हैं और उम्मीद है कि वह भी इसी तरह का परिणाम देगा।
मौजूदा चौंपियन हरिद्वार की पतंजलि गुरुकुलम 25 स्वर्ण, 28 रजत और 13 कांस्य के साथ उपविजेता रही जबकि शिवालिक अकादमी ने 48 पदक (19 स्वर्ण, 15 रजत और 14 कांस्य) के साथ तीसरा स्थान हासिल किया। अपने प्रभावशाली दूसरे और तीसरे स्थान के लिए इन स्कूलों ने 50 हजार रुपये और 25 हजार रुपये का पुरस्कार भी हासिल किया। इस टूर्नामेंट में 3 लाख रुपये के करीब का पुरस्कार पूल था। महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज के मुख्य कोच तरुण नेगी ने कहा, ष्हम इस चौंपियनशिप का खिताब जीतकर रोमांचित हैं। हमारे खिलाड़ियों ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है। यह चौंपियनशिप वास्तव में युवाओं के लिए उत्साहजनक है। कम उम्र में इतना बड़ा मंच मिलने से एथलीटों को बड़े सपने देखने में मदद मिलती है। पिछले सात दिन रोमांचक थे, जिसमें हर प्रतिभागी संघर्ष कर रहा था। इस तरह के अत्यधिक प्रतिस्पर्धी टूर्नामेंट के आयोजन के लिए हम एसएफए को धन्यवाद देते हैं। चौंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन के लिए केंद्रीय विद्यालय आईआईपी के स्वपनिल ध्यानी को गोल्डन बॉय और समर वैली स्कूल की अदिति भारद्वाज चौंपियनशिप को गोल्डन गर्ल का पुरस्कार मिला। इन्हें इसके लिए 25-25 हजार रुपये की पुरस्कार राशि दी गई। हिम ज्योति स्कूल (11 स्वर्ण, 10 रजत और 8 कांस्य), सोशल बलूनी पब्लिक स्कूल (9 स्वर्ण, 6 रजत और 3 कांस्य) और ब्राइट एंजल्स स्कूल (3 स्वर्ण, 5 रजत और 7 कांस्य) अन्य टीमों में से थे, जो चौंपियनशिप के दौरान प्रभावशाली प्रदर्शन करने में सफल रहे। टूर्नामेंट के अंतिम दिन महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज ने लड़कों के अंडर-18 फुटबॉल में दून हेरिटेज स्कूल को फाइनल में 4-0 से हराकर स्वर्ण पदक जीता। दून प्रेसीडेंसी स्कूल ने तीसरा स्थान हासिल कर कांस्य पदक जीता। देहरादून में 11वें संस्करण के सफल समापन के अलावा, एसएफए वर्तमान में पुणे में प्रतिष्ठित चौंपियनशिप के 12वें संस्करण का आयोजन कर रहा है, जो 17 दिसंबर तक चलेगा। इससे पहले, यह मुंबई और हैदराबाद में भी इसी तरह की चौंपियनशिप का आयोजन कर चुका है।