महंत ब्रह्महरि महाराज दिव्य महापुरुष और संत समाज के प्रेरणा स्रोत थेः रविन्द्रपुरी
हरिद्वार। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष एवं श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के सचिव श्रीमहंत रविन्द्रपुरी ने कहा कि ब्रह्मलीन महंत ब्रह्महरि महाराज दिव्य महापुरुष और संत समाज के प्रेरणा स्रोत थे। जिनका पूरा जीवन संत समाज की सेवा और श्रद्धालु भक्तों के कल्याण को समर्पित रहा। यह बात उन्होंने संत सम्मेलन में कही।
बुधवार को ब्रह्मलीन महंत ब्रह्महरि महाराज का 25वां रजत निर्वाण महोत्सव कनखल स्थित श्री महर्षि ब्रह्महरि उदासीन आश्रम में संतों के सानिध्य में मनाया गया। इसमें 13 अखाड़ों के संतों ने ब्रह्मलीन महंत ब्रह्महरि महाराज को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए उन्हें महान संत बताया।
श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल के अध्यक्ष श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह, श्रीमहंत महेश्वरदास ने ब्रह्मलीन महंत ब्रह्महरि महाराज को श्रद्धांजलि दी। पूर्व कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि संतों के तप बल से भारत विश्व गुरु की पदवी पर आसीन होगा। इस मौके पर कोठारी महंत जसविन्दर सिंह, महामंडलेश्वर हरिचेतनानंद, कपिल मुनि, महंत दिव्यांबर मुनि, भगवत स्वरूप, शांतानंद, गोविंददास, महंत राजेंद्रदास, रविदेव शास्त्री, श्रवण मुनि, महंत जयेंद्र मुनि, महंत राममुनि, महंत प्रेमदास, महंत संतोषानंद, महंत दिनेश दास, महंत रघुवीर दास, महंत बिहारी शरण, महंत सूरज दास, महंत दुर्गादास, महंत प्रह्लाद दास आदि ने ने श्रद्धांजलि अर्पित की।