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राष्ट्रीय कार्यसमिति में सुनी प्रधानमंत्री की मन की बात
देहरादून। अमेरिका दौरे से लौटने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम के माध्यम से देश को संबोधित किया। मन की बात कार्यक्रम को रविवार को देहरादून में भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक के शुभारंभ होने से पूर्व राष्ट्रीय राष्ट्रीय महामंत्री महिला मोर्चा प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम व महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष वानीति श्रीनिवासन ने सभी राष्ट्रीय पदाधिकारियों के साथ सुना गया।
रविवार से देहरादून में आयोजित महिला मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक शुभारंभ होने से पूर्व मन की बात कार्यक्रम कार्यसमिति के सभी सदस्यों द्वारा सुना गया। सुबह 11 बजे प्रसारित हुए प्रधानमंत्री की मन की बात कार्यक्रम के 81वें एपिसोड प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमें पंडित दीनदयाल ने सीख दी हमारे पास जो कुछ भी है, वो देश की वजह से है इसलिए देश के प्रति अपना ऋण कैसे चुकाएंगे, इस बारे में सोचना चाहिए। ये आज के युवाओं के लिए बहुत बड़ा सन्देश है। उन्होनें कहा कि आज हम लोगों की जिंदगी का हाल ये है कि एक दिन में सैकड़ों बार कोरोना शब्द हमारे कान पर गूंजता है, 100 साल में आई सबसे बड़ी वैश्विक महामारी कोविड-19 ने देशवासियों को बहुत कुछ सिखाया है इससे हेल्थकेयर और वेलनेस को लेकर जिज्ञासा और जागरूकता बढ़ी है।
पीएम मोदी ने कहा कि कभी भी छोटी बात को और छोटी चीज को छोटी मानने की गलती नहीं करनी चाहिए। अगर महात्मा गांधी जी के जीवन की तरफ हम देखेंगे तो हम हर पल महसूस करेंगे कि छोटी-छोटी बातों की उनके जीवन में कितनी बड़ी अहमियत थी और छोटी-छोटी बातों को ले करके बड़े बड़े संकल्पों को कैसे उन्होंने साकार किया था। हमारे आज के नौजवान को ये जरूर जानना चाहिए कि साफ-सफाई के अभियान ने कैसे आजादी के आंदोलन को एक निरंतर ऊर्जा दी थी। ये महात्मा गांधी ही तो थे, जिन्होंने स्वच्छता को जन-आन्दोलन बनाने का काम किया था। पीएम मोदी ने कहा कि हम नदियों की सफाई और उन्हें प्रदूषण से मुक्त करने का काम सबके प्रयास और सबके सहयोग से कर ही सकते हैं। ‘नमामि गंगे मिशन’ भी आज आगे बढ़ रहा है तो इसमें सभी लोगों के प्रयास, एक प्रकार से जन-जागृति, जन-आंदोलन, उसकी बहुत बड़ी भूमिका है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात में विश्व नदी दिवस पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि नदी हमारे लिए जीवंत इकाई है और हमारे देश में इसे मां मानने की परंपरा है। उन्होंने कहा हमारे घर में बच्चे हर दिवस को याद रखते हैं लेकिन एक और दिवस ऐसा है जो हम सबको याद रखना चाहिए और ये दिवस ऐसा है जो भारत की परम्पराओं से बहुत सुसंगत है। सदियों से जिस परम्पराओं से हम जुड़े हैं उससे जोड़ने वाला है। तमिलनाडु के वेल्लोर और तिरुवन्नामलाई जिले का एक उदाहरण दिया कि, यहाँ एक नदी बहती है, नागानधी। नागानधी बरसों पहले सूख गई थी। इस वजह से वहाँ का जलस्तर भी बहुत नीचे चला गया था। लेकिन, वहाँ की महिलाओं ने बीड़ा उठाया कि वो अपनी नदी को पुनर्जीवित करेंगी। उन्होंने लोगों को जोड़ा, जनभागीदारी से नहरें खोदी, चेकडैम बनाए, री-चार्ज कुएँ बनाएँ। आज वो नदी पानी से भर गई है। मन की बात कार्यक्रम के अवसर पर भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री व उत्तराखंड के प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम, राष्ट्रीय महिला मोर्चा अध्यक्ष वानती श्रीनिवासन, राष्ट्रीय महिला मोर्चा महामंत्री इंदु बाला गोस्वामी, दीप्ति रावत, सुखबीर सिंह कौर व सभी राष्ट्रीय पदाधिकारी उपस्थित रहे।