लश्कर.ए.तैयबा के पकड़े गये दो पाकिस्तानी आतंकियों के अनुसार कश्मीर में बड़े पैमाने पर खून खराबा चाहता है पाकिस्तान
श्रीनगर। गुलमर्ग सब सेक्टर में पकड़े गए लश्कर-ए-तैयबा के दो पाकिस्तानी आतंकियों ने वहां की इमरान खान सरकार के चेहरे से नकाब उतार दिया है। आतंकियों खलील अहमद और नाजिम के मुताबिक पाकिस्तान चाहता है कि कश्मीर में बड़े पैमाने में विध्वंसक कार्रवाई को अंजाम दिया जाए, लेकिन भारतीय फौज की सतर्कता के कारण घुसपैठिये नहीं आ पा रहे। पाकिस्तानी सैनिक भी घुसपैठ का प्रयास कर रहे हैं। श्रीनगर स्थित सेना की 15वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लो ने एडीजीपी मुनीर अहमद खान की मौजूदगी में पत्रकारों से बातचीत में दो पाकिस्तानी आतंकियों के पकड़े जाने की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि इन दोनों को वहां की सेना ने कश्मीर में विध्वंसकारी गतिविधियों के लिए तैयार किया और इस तरफ धकेला। इनके पास से भारी मात्रा में युद्धक सामग्री, आइईडी बनाने का साजो सामान भी मिला है। प्रेस कांफ्रेंस में आतंकियों का वीडियो में कुबूलनामा भी दिखाया गया।
आतंकियों ने कुबूला आतंकी खलील अहमद ने बताया कि मैंने नाजिम के साथ ही कचबरन इलाके में लश्कर के कैंप में ट्रेनिंग की है। हम दोनों ने एक साथ ही बार्डर पार कर कश्मीर में दाखिल होने का प्रयास किया। हमारे साथ नूर, नदीम, वाहिद और शोएब भी थे। पाकिस्तानी सेना द्वारा कुछ और लोगों को भी तैयार किया जा रहा है। उनके नाम वाजिद, शब्बीर, वजीर हैं। पाकिस्तानी सेना के नायक कासिफ और सिपाही हलील मौका मिलते ही घुसपैठ के लिए तैयार बैठे हैं। खलील ने बताया कि वह रावलपिंडी से सटे जबी गांव का रहने वाला है। नाजिम (20) भी रावलपिंडी का रहने वाला है। उसके पता मोहम्मद आरिफ नारव खान है। लश्कर के ट्रेनिंग कैंप में उसके साथ तीन और युवक मुबस्सिर, मुदस्सिर और खलील भी ट्रेनिंग कर रहे थे। आतंकी उस्ताद नदीम ने उन्हें ट्रेनिंग दी थी। नाजिम ने बताया कि घुसपैठ से पहले वे पाकिस्तानी सेना की एक चौकी में रहे थे। उनके साथ पाकिस्तानी सेना का नायक आसिफ और हवलदार शामिर भी था। ये सभी लोग कार्रवाई के लिए मौके की तलाश में हैं, लेकिन भारतीय फौज की कार्रवाई के कारण यह आगे नहीं आ पा रहे हैं।
चाय कैसी है..? विंग कमांडर अभिनंदन का पाकिस्तान में बोला गया डायलॉग ..चाय अच्छी है, आज फिर दोहराया गया, लेकिन कुछ बदले अंदाज के साथ। इस बार पूछने वाले भारतीय सेना के जवान थे और जवाब देने वाले पाकिस्तानी आतंकी। आतंकी मोहम्मद नाजिम को सेना के जवानों ने चाय पिलाई। चाय की चुस्कियों के साथ नाजिम ने अपने बारे में बताया। उसने पाकिस्तानी सेना के मकसद व साजिश का एक-एक कर खुलासा किया। इस बीच, एक अधिकारी ने आतंकी से पूछा कि चाय कैसी है..? इस पर वह बोला, चाय अच्छी है..। ऑपरेशन बालाकोट के बाद पाकिस्तानी सेवा के कब्जे में पहुंचे विंग कमांडर अभिनंदन ने कुछ इसी तरह के सवाल पर बिना घबराए कहा था कि चाय बहुत अच्छी है, जबकि पकड़े आतंकियों के चेहरे पर अपनी जान का भय साफ नजर आ रहा था।