खुलेआम जल रही पराली के जहरीले धुएं ने दिल्ली व आसपास के शहरों को ढक दिया
नई दिल्ली। बदले मिजाज ने प्रदूषण से बचाव को लेकर केंद्र सहित पंजाब, हरियाणा के दावों की पोल खोल दी है। पछुआ हवाओं से दोनों राज्यों में खुलेआम जल रही पराली के जहरीले धुएं ने दिल्ली व आसपास के शहरों को ढक दिया है। दीपावली से पहले पहुंचे पराली के इस जहरीले धुएं से दिल्ली अब हांफने लगी है। इसका अंदाजा पर्यावरण मंत्रालय के ‘समीर एप’ की उस रिपोर्ट से भी लगाया जा सकता है, जिसमें मंगलवार को दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स 449 पहुंच गया है। इसके अलावा, दिल्ली में पीएम 2.5 और पीएम 10 का स्तर भी बढ़ गया है और हालात गंभीर बने हुए हैं। दिल्ली के लोधी रोड में हालात बदतर नजर आए। वहीं सोमवार को नोएडा में यह 451 व गाजियाबाद में 446 पहुंच गया। नोएडा देश में सबसे ज्यादा प्रदूषित रहा, जबकि गाजियाबाद का स्थान दूसरा रहा। एयर क्वालिटी इंडेक्स 400 से पार जाते ही खतरनाक स्थिति में आ जाता है। हवा की गुणवत्ता पर नजर रखने वाली ‘सफर इंडिया’ की रिपोर्ट में मौजूदा समय में दिल्ली की हवा में 25 फीसद से ज्यादा पराली के धुएं के घुले होने का अनुमान है। हालांकि राहत की बात यह है कि पछुआ हवाओं की गति में मंगलवार से गिरावट का अनुमान है, जिसके चलते पराली के जहरीले धुएं के पहुंचने की रफ्तार भी कम होगी। इसका असर दिल्ली की हवा में भी दिखेगा। यह सोमवार के मुकाबले साफ हो सकती है, लेकिन दीपावली के चलते इसके बढ़ने का अनुमान है। खास बातयह है कि प्रदूषण के स्तर को कम करने में जुटी सरकारी एजेंसी ने भी दीपावली के आसपास दिल्ली में पराली के धुएं के पहुंचने की आशंका जताई थी। पंजाब और हरियाणा को अलर्ट भी किया गया था। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री ने हाल ही में पर्यावरण मंत्रियों की बुलाई गई बैठक में भी पंजाब और हरियाणा को पराली जलाने में प्रभावी कदम न उठा पाने को लेकर नाखुशी जताई थी। हालांकि इस बैठक में दिल्ली को छोड़कर किसी भी राज्य के पर्यावरण मंत्री नहीं पहुंचे थे। पंजाब व हरियाणा को केंद्र सरकार ने पराली जलाने की घटनाओं में रोकथाम को लेकर करीब 12 सौ करोड़ की मदद भी जारी की है। इसके तहत इस साल करीब छह सौ करोड़ रुपए खर्च भी किए जा चुके हैं।
नियम तोड़ने वालों पर होगी कार्रवाई : हर्षवर्धन प्रदूषण के बढ़े स्तर को देख केंद्रीय पर्यावरण मंत्री डॉ हर्षवर्धन सोमवार को बचाव में दिखे। उन्होंने कहा कि प्रदूषण पर रोकथाम के लिए केंद्र की ओर से जो भी कोशिश हो सकती है, वह सभी कदम उठाए जा रहे हैं। हालांकि उन्होंने पराली जलाने की घटनाओं में रोकथाम न लग पाने को लेकर नाखुशी जताई। कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई होगी। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को इस संबंध में कार्रवाई करने को कहा गया है। साथ ही प्रदूषण से जुड़ी शिकायतों पर भी दिल्ली को गंभीरता से काम करने की जरूरत बताई। केंद्रीय मंत्री सोमवार को दिल्ली में एक कार्यक्रम में प्रदूषण के बढ़े स्तर को लेकर पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे।