कर्नाटक के बाद चार राज्यों में सियासी नाटक
नई दिल्ली । कर्नाटक का नाटक भले ही अभी खत्म ना हुआ हो लेकिन, देश के दूसरे चार राज्यों में नए सिरे से सरकार गठन की मांग हो रही है। कर्नाटक के सियासी घमासान का असर गोवा, बिहार, मणिपुर और मेघालय में भी देखने को मिल रहा है। इन राज्यों में कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों ने सरकार बनाने का दावा ठोका है। मणिपुर के पूर्व मुख्यमंत्री ओकरम इबोबी सिंह ने राज्य में सरकार बनाने का दावा ठोका है। इबोबी सिंह के अनुसार मणिपुर में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी है तो इस आधार पर उन्हें सरकार बनाने का मौका मिलना चाहिए। उन्होंने राज्यपाल से मुलाकात के लिए समय भी मांगा है। उधर मेघालय के पूर्व मुख्यमंत्री मुकुल संगमा भी राज्यपाल से मुलाकात की बात कह रहे हैं।
गोवा में कांग्रेस ने ठोका दावा गोवा में सबसे बड़ा दल होने के नाते कांग्रेस सरकार बनाने का दावा पेश कर सकती है। इसको लेकर दिल्ली से कांग्रेस के आला नेता गोवा की तरफ कूच करने की तैयारी में हैं। कांग्रेस के प्रभारी चेला कुमार गोवा रवाना हो रहे हैं। एएनआई सूत्रों के मुताबिक, चेला कुमार दूसरे दलों के नेताओं के साथ शुक्रवार को राज्यपाल से मुलाकात करेंगे। चेला कुमार ने कहा कि गोवा में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी है और उन्हें सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया जाना चाहिए। अगर ऐसा नहीं होता है और जरूरत पड़ती है तो कांग्रेस अपने विधायकों के साथ गवर्नर हाउस पर परेड कर सकती है।
गोवा कांग्रेस के नेता यतीश नाईक ने कहा कि साल 2017 के चुनाव में हमने 17 सीटें जीती थीं। सबसे बड़े दल के नाते हमें सरकार बनाने का न्योता मिलना चाहिए था। लेकिन राज्यपाल ने 13 सीटें जीतने वाली भाजपा को आमंत्रित किया। वहीं कर्नाटक में सबसे बड़ा दल होने के नाते राज्यपाल ने भाजपा को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया है। इसीलिए, हम राज्यपाल से सरकार बनाने का मौका देने की मांग करते हैं।
बिहार में भी शुरू हुआ सियासी ड्रामा कुछ इसी तरह का सियासी घमासान बिहार में भी देखने को मिल रहा है। राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव राज्यपाल से मुलाकात करने वाले हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में सबसे बड़ा दल होने के नाते आरजेडी को सरकार बनाने की मौका मिलना चाहिए। तेजस्वी ने एक ट्वीट कर कहा कि कर्नाटक में लोकतंत्र की हत्या के विरोध में कल पटना में राजद का एक दिवसीय धरना होगा। हम राज्यपाल महोदय से मांग करते हैं कि वो वर्तमान बिहार सरकार को भंग कर कर्नाटक की तर्ज पर राज्य की सबसे बड़ी पार्टी राजद को सरकार बनाने का मौका दें। मैं भाजपा के तर्क पर यह दावा ठोक रहा हूं। तेजस्वी के इस बयान का समर्थन कांग्रेस ने भी किया है। कांग्रेस विधायक रामदेव राय ने कहा कि तेजस्वी परेड करें। हम उनके साथ हैं। कुछ लोग लोकतंत्र को बर्बाद कर रहे हैं। लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे।
आरजेडी के दावे पर जदयू ने किया पलटवार वहीं, जदयू नेता नीरज कुमार ने कहा कि तेजस्वी को अभी फिजूल की बातों पर समय नष्ट नहीं करना चाहिए। पुत्र धर्म का पालन करते हुए अपने पिता लालू यादव का अच्छी जगह इलाज करवाना चाहिए। उन्हें परेड कराने से कौन रोक रहा है। परेड करवायें। लेकिन बलात्कार के केस में जेल में बंद राजवल्लभ यादव को कैसे ले जाएंगे। पहले दागी विधायकों को जेल से निकालें। अन्य प्रक्रिया पूरी करें और तब परेड की सोचें।