Uttarakhand

कंगना रनौत व संजय राउत के बीच बढ़ी तकरार, शुरू हुई ट्वीटर जंग

मुंबई।  सुशांत सिंह राजपूत की संदिग्ध मौत के बाद अभिनेत्री कंगना रनौत द्वारा की जा रही टिप्पणियों ने शुक्रवार को एक नया मोड़ ले लिया। रनौत व शिवसेना नेता संजय राउत में तो तकरार बढ़ी ही है, महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख भी यह कहकर इस विवाद का हिस्सा बन गए कि जिसे मुंबई पुलिस से डर लगता है, उसे मुंबई में रहने का कोई अधिकार नहीं है। सुशांत की मौत के बाद से ही कंगना लगातार इस मामले में मुंबई पुलिस की अक्षमता पर प्रहार करती रही हैं। कंगना के बयानों से गुरुवार को एक नया विवाद तब शुरू हो गया, जब मुंबई के भाजपा विधायक राम कदम ने एक बयान में कहा कि राज्य की शिवसेनानीत सरकार सुशांत मामले में मुंबई पुलिस पर टिप्पणियां करने वाली अभिनेत्री कंगना को सुरक्षा दे पाने में असफल सिद्ध हो रही है।

      कदम के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कंगना ने कहा कि नहीं चाहिए मुंबई पुलिस की सुरक्षा। अब तो मुझे फिल्म माफिया के गुंडों से ज्यादा डर मुंबई पुलिस से लगने लगा है। मूलताः हिमाचल की रहने वाली कंगना ने कहा कि या तो मुझे हिमाचल प्रदेश की सुरक्षा मिले या सीधे केंद्र सरकार की। कंगना ने इसी कड़ी में मुंबई की तुलना पाक अधीकृत कश्मीर से कर दी, जिस पर शिवसेना नेता संजय राउत ने पागल करार दिया। राउत ने भाजपा की ओर इशारा करते हुए यह भी कहा कि कंगना के पीछे लाउड स्पीकर कोई दूसरा है।

       इस विवाद ने तब नया रंग ले लिया, जब कंगना की तरफ से एक के बाद एक कई ट्वीट किए जाने लगे, और जवाब में संजय राउत व राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख के बयान भी आने लगे। दोपहर बाद कंगना ने एक ट्वीट में लिखा कि कुछ लोग मुझे मुंबई न आने के लिए धमका रहे हैं। इसलिए मैंने निश्चय किया है कि मैं नौ सितंबर को मुंबई जाऊंगी। मैं वह समय भी पोस्ट करूंगी, जब मुझे मुंबई एयरपोर्ट पर उतरना होगा। किसी के बाप में हिम्मत हो, तो रोक ले। कंगना के इस ट्वीट के बाद ट्वीटर पर तो उन्हें मिलने वाली धमकियां तेज हो ही गईं, संजय राउत ने भी कहा कि कंगना को आने दो, देख लेंगे। राउत ने अपने एक ट्वीट में लिखा कि मुंबई मराठियों के बाप की है। जिन्हें यह मान्य नहीं है, उन्हें उनका बाप दिखा दिया जाएगा। शिवसेना महाराष्ट्र के ऐसे दुश्मनों का श्राद्ध किए बिना नहीं मानेगी। ये वायदा रहा। जय हिंद। जय महाराष्ट्र। दूसरी ओर, महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने भी इस विवाद में कूदते हुए कहा कि मुंबई पुलिस पर बयानबाजी करना गलत है। कंगना को मुंबई में डर लगता है, तो मुंबई छोड़ दें।

      बात सिर्फ बयानबाजी तक सीमित नहीं रही। शिवसेना की महिला कार्यकर्ताओं ने कंगना की तस्वीरों पर चप्पलें बरसाना व उन्हें जलाना भी शुरू कर दिया। इसका जवाब देते हुए कंगना ने फिर ट्वीट किया कि एक महान पिता की संतान होना की आपकी एकमात्र उपलब्धि नहीं हो सकती। आप कौन होते हैं मुझे महाराष्ट्र प्रेम या नफरत का सर्टिफिकेट देने वाले? आपने यह कैसे निर्धारित कर लिया आप महाराष्ट्र को मुझसे ज्यादा प्रेम करते हैं? कंगना ने दूसरे ट्वीट में यह भी याद दिलाया कि महाराष्ट्र उसी का है, जिसने मराठी गौरव को प्रतिष्ठित किया है। और मैं डंके की चोट पर कहती हूं कि हां मैं मराठा हूं, उखाड़ो मेरा क्या उखाड़ोगे। अपनी बनाई फिल्म मणिकर्णिका में रानी झांसी की भूमिका निभा चुकी कंगना ने और आक्रामक होते हुए लिखा कि इंडस्ट्री के सौ साल में एक भी फिल्म मराठा प्राइड पर नहीं बनाई। मैंने इस्लाम डॉमिनेटेड इंडस्ट्री में अपनी जान और कैरियर दांव पर लगाया। शिवाजी महाराज और रानी लक्ष्मीबाई पर फिल्म बनाई। आज महाराष्ट्र के इन ठेकेदारों से पूछो, इन्होंने किया क्या है महाराष्ट्र के लिए?

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