अपनी लोकसंस्कृति को संजोये हुए व एकता का प्रतीक है जौनपुर महोत्सवः प्रेमचंद अग्रवाल
देहरादून। विकासखण्ड जौनपुर टिहरी गढ़वाल में आयोजित तीन दिवसीय जौनपुर महोत्सव में मंगलवार को दूसरे दिन कैबिनेट मंत्रीध्जनपद प्रभारी मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा प्रतिभाग किया गया। इस मौके पर रंगारंग कार्यक्रम को देखकर कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि महोत्सव में हो रहे रंगारंग कार्यक्रम कई गांवो में एकता का प्रतीक और लोक संस्कृति को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि जौनपुर क्षेत्र ने हमेशा हमारी लोक संस्कृति, खान पान का संरक्षण किया है। जौनपुर की संस्कृति अपने आप में देश और प्रदेश में अपनी एक अलग पहचान रखती है। हमें अपनी संस्कृति को बचाए रखना होगा, जिससे आने वाली पीढ़ी इसका सही ढंग से उपयोग कर सकें।
उन्होंने कहा कि जौनपुर महोत्सव का उद्देश्य यहां का इतिहास, लोकगीत संस्कृति, सभ्यता, खान-पान, भाषा-बोली, पहनावा, देवी-देवताओं, स्त्रियों का सम्मान, पुरानी मान्यताओं आदि को प्रदर्शित करना है। इस तरह के आयोजनों से हमारे पहाड़ की जो संस्कृति और परंपराएं हैं, वह देखने को मिलती है। जैसा कि मेले में ही उसका अर्थ छिपा हुआ है। मेले का अर्थ है जोड़ यानी जुड़ना। मेले हमें एक-दूसरे से मिलने और सुख-दुख जानने का अवसर प्रदान कराते हैं। इस तरह के महोत्सव या मेले में खेल प्रतिभाओं को भी दिखाकर उसमें निखार लाने का अवसर मिलता है। यहां जिला प्रशासन द्वारा बहुउद्देशीय शिविर का आयोजन भी किया जाता है, जिसमें विभिन्न विभागों द्वारा स्टॉलों के माध्यम से केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी देने के साथ ही उपकरण, दवा एवं बीज वितरित किये जाते है। महोत्सव में जौनपुर क्षेत्र के तमाम छात्र-छात्राओं ने रंगारंग कार्यक्रम में अपनी शानदार प्रस्तुति से सभी का मन केंद्रित किया। साथ ही छात्र-छात्राओं की तमाम झांकियां आकर्षण का केंद्र बनी रही।
इस अवसर पर ब्लॉक प्रमुख जौनपुर सीता रावत, जिला पंचायत उपाध्यक्ष भोला सिंह परमार, जिलाध्यक्ष भाजपा राजेश नोटियाल, समिति अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह राणा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति कुंवर सिंह पंवार, गीता रावत, मीरा सकलानी, सुनील सजवाण, सुरेंद्र सिंह रावत, महिपाल रावत, सुभाष पंवार, जशोदा देवी, अनिता धनैय, कमला थपलियाल, सनवीर बेलवाल, अभिलाष कुमार, जयपाल केरवाण, विनोद सेमवाल, सुनिल थपलियाल, सुमन नौटियाल, खेमराज भट, बलदेव सिह एवं विशाल जनसमूह मौजूद रहा।