जनप्रतिनिधियों के सुझावों से होता है सुनियोजित विकासः मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें आपदा के दृष्टिगत मिशन के तहत कार्य को अंजाम देना होगा, मानसून सीजन समाप्त होने के बाद हम समस्याओं को भूले नहीं बल्कि भविष्य में आने वाली समस्याओं के लिए हमें जागरूक होकर कार्य करना होगा। उन्होने कहा जिन योजनाओं का शिलान्यास हो गया है उन योजनाओं का लोकार्पण भी अवश्य हो ताकि सरकार द्वारा जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ आम जनमानस को समय से मिल सके।
उन्होने सड़क की खराब हालत पर लोनिवि के मुख्य अभियंता को निर्देश दिये वर्षाकाल का सीजन चला रहा है अस्थाई तौर पर सडके गडडा मुक्त हों और टेंडर प्रक्रिया पूर्ण कर 15 सितंबर से सड़कों का कार्य प्रारम्भ करना 15 अक्टूबर तक पूर्ण करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा जहां-जहां मार्गों पर जेसीबी लगी है उन जेसीबी में जीपीएस सिस्टम अनिवार्य रूप से लगा हो यह भी सुनिश्चित किया जाय।
जनपद में जल जीवन मिशन के तहत संचालित कार्यों पर मुख्यमंत्री ने गहरी नाराजगी व्यक्त की और जेजेएम के मुख्य अभियंता को निर्देश दिये कि आगामी दिनों में सभी व्यवस्थायें ठीक कर ली जाए शिकायत आने पर सम्बन्धित अधिकारी की जिम्मेदारी तय की जायेगी। उन्होने कहा जिन क्षेत्रों मे पाइप लाईन डालने हेतु खुदाई की गई है वहां के गडडे एक सप्ताह में भर दिये जाए तथा जिन क्षेत्रों जेजेएम के तहत लाईने डाली गई है यह भी सुनिश्चित कर लें उन लाइनों में सुचारू पेयजल आम जनता को उपलब्ध हो। इसलिए अधिकारी प्लानिंग के तहत कार्य कर समस्याओं का निदान करें। विधायक लालकुआं डा0 मोहन सिंह बिष्ट ने बताया कि उनके क्षेत्र के साथ ही जनपद में जल जीवन मिशन के कार्य पूर्ण नही हुये केवल 40 से 50 प्रतिशत कार्य हुआ है। मुख्यमंत्री ने नोडल अधिकारी जेजेएम को समय सीमा में कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने विद्युत बिलों में आ रही शिकायतों के समाधान के लिए जिन क्षेत्रों की शिकायत है वहा कैम्प लगाकर लोगों के बिलों में त्रुटियों को सही करने के निर्देश दिये उन्होंने मुख्य अभियंता विद्युत को स्मार्ट मीटर लगाने के निर्देश भी दिये। उन्होने कहा इस सीजन गर्मी में शहरी क्षेत्र में विद्युत की आपूर्ति प्रभावित हुई इसके लिए शहर में तीन विद्युत स्टेशन स्वीकृत हो चुके है जिन पर शीघ्र कार्य प्रारम्भ किया जाय।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शहर में पेयजल संकट के समाधान के लिये शीशमहल प्लांट की क्षमता बढ़ाने की स्वीकृति प्रदान की गई है। आने वाले गर्मी के मौसम से पहले यह कार्य पूर्ण कर लिया जाए। उन्होंने कहा कि गौशालाओ हेतु भी धनराशि स्वीकृत कर दी गई है उनके शीघ्र निर्माण कार्य प्रारम्भ कर गौशालाओं को संचालित किया जाए।
बैठक में मुख्यमंत्री ने वन महकमे के अधिकारियों को निर्देश कि जिन क्षेत्रों में जीर्णशीर्ण व सूखे पेड़ है जिससे जनहानि हो सकती है, उन पेड़ों को शीघ्र हटाया जाय। लोगों द्वारा बार-बार शिकायत की जाती है जो अनुचित है। भविष्य में इस प्रकार की पुनरावृत्ति ना हो। तथा जन शिकायतों का त्वरित संज्ञान लिया जाये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार जल्द ही खेल विश्वविद्यालय का एक्ट लाने जा रही है इससे हमारे प्रदेश के प्रतिभावान खिलाड़ियों को राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने का बेहतर अवसर उपलब्ध होगें।
आयुक्त दीपक रावत ने बताया कि मण्डल में बागेश्वर मार्ग भूस्खलन से बंद है सोमवार तक उसे खोल दिया जायेगा तथा मण्डल के सभी एनएच आवागमन हेतु खुले है कुछ ग्रामीण सड़कें बन्द है उन सड़कों पर कार्य प्रगति पर है शीघ्र खोल दिया जायेगा। उन्होंने कहा मण्डल के आपदाग्रस्त 20 हजार परिवारों को आर्थिक सहायता राशि मुहैया करा दी गई है।
जिलाधिकारी वंदना ने कहा शहर में स्थायी गौशाला का निर्माण 3 करोड़ की लागत से 64 बीघा में निर्माण कार्य किया जा रहा है जिसकी क्षमता दो से ढाई हजार होगी। उन्होने बताया कि कैंची धाम बाईपास जो 64 करोड़ की लागत से बनना है उसकी टेंडर प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है जून 2025 से पहले कार्य को पूर्ण कर लिया जायेगा।
बैठक में अध्यक्ष जिला पंचायत बेला तोलिया, विधायक बंशीधर भगत, रामसिंह कैडा, सरिता आर्या, डा0 मोहन सिंह बिष्ट,जिलाध्यक्ष प्रताप बिष्ट, दर्जा राज्य मंत्री गोविन्द सिंह बिष्ट, डा0 अनिल कपूर डब्बू, मजहर नईम नवाब,सुरेश भटट, निवर्तमान मेयर डा0 जोगेन्द्र पाल सिंह, दिनेश आर्य के साथ ही आयुक्त दीपक रावत, डीआईजी डा0 योगेन्द्र रावत, जिलाधिकारी वंदना, एसएसपी पीएन मीणा, डीएफओ सीएस जोशी, कुन्दन कुमार के साथ ही अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।