जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 व 35ए को समाप्त करने पर चिदंबरम, अययर व दिग्विजय ने दिये भड़काऊ बयान
नई दिल्ली। कश्मीर में कड़े सुरक्षा बंदोबस्त के बीच हालात सामान्य हैं, लेकिन अब बयानबाजी शुरू होने से सियासी पारा चढ़ने लगा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने चेन्नई में एक कार्यक्रम में विवादित टिप्पणी की, जबकि मणिशंकर अय्यर ने एक अंग्रेजी अखबार में लेख लिखकर तो मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मीडिया में बयान दिया। तीनों नेताओं के बयानों पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया जताई है।
हिंसा में मारे गए 42,000 में से ज्यादातर मुस्लिम नहीं थे : प्रसाद केंद्रीय मंत्री प्रसाद ने कांग्रेस से सवाल किया कि वह बताए कि क्या कांग्रेस नेताओं के बयान उसकी अधिकृत राय हैं। चिदंबरम पर भड़कते हुए उन्होंने कहा कि वह गैर जिम्मेदाराना बयान दे रहे हैं। सरकार ने राज्य जनता, उनके विकास व देश हित में फैसला किया है। कांग्रेस पर बरसते हुए प्रसाद ने पूछा कि क्या यह सही नहीं है कि जम्मू-कश्मीर में दशकों की हिंसा में मारे गए 42 हजार लोगों में से ज्यादातर मुस्लिम नहीं थे? चिदंबरम का हिंदू-मुस्लिम कार्ड चिदंबरम ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 खत्म करने पर हिंदू-मुस्लिम कार्ड खेलते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर हिंदू बहुल राज्य होता तो भाजपा अनुच्छेद 370 को नहीं खत्म करती। चिदंबरम ने कहा कि भाजपा ने बाहुबल से इसे खत्म किया है। राज्य में हालात अस्थिर थे और अंतरराष्ट्रीय न्यूज एजेंसियां इसकी खबर भी दे रही थीं, लेकिन भारतीय मीडिया में इसको जगह नहीं मिली। उन्होंने कहा कि वे (भाजपा) दावा कर रहे हैं कश्मीर में शांति है। क्या ऐसा है? अगर भारतीय मीडिया हाउस जम्मू-कश्मीर में अशांति की खबरें नहीं दे रहे हैं तो क्या इसका मतलब शांति है?’
मोदी-शाह ने उत्तरी सीमा पर फिलीस्तीन बना दिया : अय्यर कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने एक आलेख में लिखा, ‘नरेंद्र मोदी और अमित शाह की जोड़ी ने देश के उत्तरी बॉर्डर पर एक फिलीस्तीन बना दिया है। मोदी-शाह ने ये पढ़ाई अपने गुर बेंजामिन नेतान्याहू और यहूदियों से ली है। मोदी और शाह ने इनसे सीखा है कि कश्मीरियों की आजादी, गरिमा और आत्मसम्मान को कैसे रौंदना है?’ अय्यर ने आगे लिखा है कि अच्छे दिन की बजाय, संसद ने जो तय किया है वह घाटी में एक लंबी और अंधेरी रात है, और शायद देश के बाकी हिस्सों में भी ऐसा होगा।’
सरकार ने आग में झुलसा दिए अपने हाथ : दिग्विजय वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि सरकार ने अपने हाथ आग में झुलसा दिए हैं। कश्मीर को बचाना हमारी प्राथमिकता है। मैं मोदीजी, अमित शाह जी और अजीत डोभाल जी से अपील करता हूं कि सतर्क रहें नहीं तो हम कश्मीर खो देंगे।’
कश्मीर की चिंता न करें, उनके हाथ से तो भोपाल भी फिसल गया भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने दिग्विजय सिंह के कश्मीर पर दिए बयान पर सोमवार को पलटवार किया। उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह कश्मीर की चिंता न करें। कुछ नहीं फिसलेगा। भोपाल उनके हाथ से फिसल गया तो सब कुछ फिसलता हुआ ही नजर आ रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि नेहरू से लेकर आज तक किसी ने कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाने की हिम्मत नहीं की। मोदी और अमित शाह ने अनुच्छेद 370 खत्म करके हिम्मत दिखाई है। गौरतलब है कि सीहोर में दिग्विजय सिंह ने कहा था कि कश्मीर समस्या का समाधान जल्द होना चाहिए। नहीं तो वह हमारे हाथ से निकल जाएगा।