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जम्मू-कश्मीर में रैपिड एक्शन फोर्स की अतिरिक्त कंपनियों तैनात

पुंछ। कश्मीर में जारी गहमागहमी के बीच पुंछ में जिला प्रशासन ने रैपिड एक्शन फोर्स (Rapid Action Force) की अतिरिक्त कंपनियों को तैनात किया है। यह फैसला जम्मू और कश्मीर सरकार द्वारा शुक्रवार को जारी एक एडवाइजरी के बाद आया है, जिसमे अमरनाथ यत्रियों और पर्यटकों को कश्मीर छोड़ने के लिए कहा गया है। जम्‍मू-कश्‍मीर में पिछले लगभग 15 दिनों में भारी संख्‍या में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। 10 हजार अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती के फैसले के हफ्ते के भीतर मोदी सरकार कश्‍मीर घाटी में 28 हजार और जवानों को भेज रही है। खबरों के मुताबिक, लगभग 28 हजार जवान गुरुवार की सुबह से घाटी में पहुंचने लगे हैं और उन्हें राज्य के अलग-अलग इलाकों में तैनात किया जा रहा है।

अमित शाह और अजीत डोभाल की बैठक  इससे पहले पाकिस्तानी बैट(बॉर्डर एक्शन टीम) हमले के बाद आज संसद में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार(एनएसए) अजीत डोभाल के बीच संसद भवन में बैठक हुई। इस बैठक में कश्मीर के मौजूदा हालात को लेकर चर्चा हुई। इस बैठक में गृह मंत्रालय के सभी बड़े अधिकारी मौजूद रहे। इस बैठक से क्या निकलकर आया है इसको लेकर कोई बात नहीं की गई है। फिलहाल इसका इंतजार किया जा रहा है।

सोमवार को केंद्रीय कैबिनेट की मीटिंग  इस बीच जम्मू कश्मीर के हालातों को लेकर सोमवार(5 अगस्त) को मोदी कैबिनेट की बैठक होगी।केंद्रीय कैबिनेट की इस बैठक में कुछ बड़े फैसले लिए जा सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक केंद्र सरकार इस बैठक में कोई बड़ा फैसला ले सकती है। ये बैठक ऐसे वक्त में बुलाई गई है जब जम्मू कश्मीर में अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती के बाद से ही सरगर्मियां तेज हैं।

सेना ने 7 पाकिस्तानी BAT मार गिराए  शनिवार को पाकिस्तानी सेना और बैट (बॉर्डर एक्शन टीम) ने एलओसी पर केरन सेक्टर में भारतीय चौकियों पर हमले की कोशिश की, जिसको भारतीय सेना के जवानों ने नाकाम कर दिया। भारतीय सेना ने पिछले 36 घंटों में 7 पाकिस्तानी बैट/आतंकियों को ढेर किया है। बता दें कि 2 अगस्त को भारतीय सेना ने कहा था कि पाकिस्तानी आतंकवादी अमरनाथ यात्रा पर हमले की साजिश रच रहे हैं। इस दौरान सुरक्षा बलों ने पाकिस्तानी में बनी एंटी पर्सनल माइन भी बरामद की थी। अमरनाथ यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जम्मू-कश्मीर सरकार ने सभी यात्रियों और पर्यटकों को घाटी से तुरंत निकलने की सलाह दी थी।

रैपिड एक्शन फोर्स के बारे में जानकारी
– रैपिड एक्शन फोर्स को 11 दिसंबर 1991 में सीआरपीएफ के 10 बटालियन को परिवर्तित करके बनाया गया था।
– ये बटालियन अलीगढ़, इलाहाबाद, जमशेदपुर, भोपाल, हैदराबाद, कोयंबटूर, मुंबई, अहमदाबाद, मेरठ और दिल्ली में तौनात है।
– आरएएफ गृह मंत्रालय के अधीन कार्य करता है।
– इस यूनिट् को दंगों, दंगों जैसी परिस्थितियों और आंतरिक सुरक्षा ड्यूटी के लिए गठित किया गया था।
– इस फोर्स की पोशाक नीले रंग की है, ये फोर्स देश के साथ-साथ विदेशों में भी अपनी सेवा दे चुकी है।
– दंगा अथवा भीड़ की स्थिति से अधिक प्रभावी ढंग से निपटने के लिए महिला कर्मियों को भी बल में शामिल किया गया है।
– रैपिड एक्शन फोर्स के पास ऐसे हथियार होते हैं जिनसे आम लोगों को बहुत कम चोटें आती हैं।
– साथ ही इस फोर्स के पास विशेष हथियार होते हैं जो भीड़ को नियंत्रित करने में काफी अहम होते हैं

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