समय रहते पृथ्वी की बिगड़ती सेहत को लेकर चिंतन जरुरी
पैठाणी। राठ महाविद्यालय में पृथ्वी दिवस पर आयोजित विचार गोष्ठी में वक्ताओं ने धरती की बिगड़ती सेहत को लेकर चिन्ता व्यक्त की। महाविद्यालय सभागार में उपस्थित छात्र/छात्राओं व प्राद्यापको को संबोधित करते हुए प्राचार्य डॉ0 जीतेन्द्र कुमार नेगी ने कहा की तथाकथित विकास और आधुनिकता की अंधी दौड़ ने आने वाली पीढ़ी के सामने जीवन के अस्तित्व पर ही प्रश्न चिन्ह खड़ा कर दिया है।
मनुष्य अपनी स्वार्थ पूर्ति के लिये प्राकृतिक संसाधनों का जिस निर्मम गति से विनाश कर रहा है उससे पृथ्वी और उसकी सेहत को लगातार नुकसान पहुँच रहा है जिससे वायुमंडल से मिलनें वाली प्राणवायु आक्सीजन अत्यंत दूषित हो गईं है कई-कई क्षेत्र/शहर अब जीने लायक नही रह गए हैं। डॉ0 प्रवेश कुमार मिश्रा ने कहा की मौसम चक्र में परिवर्तन से हमारी कृषि व्यवस्था भी चरमरा गई है, जिससे अन्न संकट पैदा हो गया है। गोष्ठी को प्रद्यापक डॉ0 अखिलेश कुमार सिंह, डॉ0 वीरेंद्र चंद, डॉ0 गोपेश कुमार सिंह, डॉ0 राम सिंह नेगी, डॉ0 मंजीत भंडारी, डॉ0 मनोज कुमार सिंह डॉ0 प्रदीप कुमार डॉ0 राजीव दुबे के अलावा छात्र/छात्राओ ने भी संबोधित किया।