सेवा के बजाय, आपदा के नाम पर कांग्रेस कोरी बयानबाजी कर रहीः कैंथोला
देहरादून। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता बिपिन कैंथोला ने कांग्रेस नेताओं पर आपदा को लेकर कोरी बयानबाजी करने का आरोप लगाया है। साथ ही तंज किया कि राजनैतिक लाभ की उनकी यात्रा धरातल से स्थगित होकर सोशल मीडिया पर शिफ्ट हो गई है। उनके नेता तो अपनी राजनैतिक पर्यटन यात्रा समाप्त कर, आपदाग्रस्त क्षेत्रों में सेवा करने के बजाय, तत्काल ही वहां से नौ दो ग्यारह हो गए।
मीडिया के लिए जारी बयान में उन्होंने कहा, पहले कांग्रेस ने मुद्दाविहीन राजनैतिक यात्रा बाबा केदार के नाम से निकाली थी। तब भी उनके पास कहने के लिए ठोस कुछ नहीं था और आज भी उनके नेता कोरी बयानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने कहा, कांग्रेस व उनके नेता आपदा में राजनीति का अवसर तलाशते है, चाहे वह कोरोना महामारी का समय रहा हो, चाहे प्राकृतिक आपदा का, चाहे किसी अन्य सामाजिक समस्याओं का। कैंथोला ने कहा कि रुद्रप्रयाग में आपदा आयी थी, ओर कांग्रेसी अपनी तथाकथित यात्रा में व्यस्त थे। जिस छेत्र में आपदा आयी इनके नेता वहां तथाकथित यात्रा को लेकर गये। लेकिन केदार पैदल यात्रा प्रशासन द्वारा आपदा आने पर बन्द कर दी गई, तो इनके असंवेदनशील नेता प्रभावित लोगों की सेवा करने के बजाय वहाँ से नो दो ग्यारह हो गये। साथ ही कहा कि कांगेस के प्रदेश अध्यक्ष और उनके नेता अगर संवेदनशील होते तो वहाँ रहकर भाजपा कार्यकर्ताओं की तरह हताहतों, पीड़ितों एवं प्रभावितों की मदद करते। उन्होंने कहा कि आज वहाँ पर प्रभावित लोंगो के लिए पूरी संवेदनशीलता से भाजपा के कार्यकर्ताओं द्वारा मेडिकल कैंप लगाए गए है। उनके रहने उनके भोजन की चिंता प्रशासन के साथ-साथ भाजपा कार्यकर्ता भी कर रहे है। वहीं कांग्रेसी नेता व अध्यक्ष देहरादून में बैठकर केवल आपदा में राजनीतिक अवसर तलाशने में जुटे हैं। कैंथोला ने कटाक्ष किया कि दूरबीन से भी ढूंढने से भी प्रभावित छेत्रों में कांग्रेसी नजर नहीं आ रहे है और वातानुकूलित कमरों में बैठकर कोरी बयानबाजी कर रहे हैं। उनके आपदा को लेकर की जाने वाली बयानबाजी से एक बात पूरी तरह स्पष्ट होती है कि वे सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक, सुरक्षा और आपदा जैसे विकट विषयों को भी राजनीति के लिए इस्तेमाल करती हैं। यह देख कर बहुत अफसोस होता है कि कल मजबूरी में धरातल पर स्थगित अपनी यात्रा को उन्होंने बेशर्मी से सोशल मीडिया पर जारी रखा है। हम उनसे एक बार पुनः जनहित और राज्यहित में आपदा को लेकर भ्रम और अफवाह फैलाने से बचने की अपील करते हैं।