News UpdateUttarakhand

उत्तराखंड में अपने केंद्रों को फिर से खोलने के लिए तैयार आकाश इंस्टीट्यूट

-एहतियात के तौर पर केंद्र और राज्य सरकार द्वारा निर्धारित सभी दिशा-निर्देशों का पालन किया जा रहा
-कन्टेनमेंट जोन में मौजूद शाखाएँ फिलहाल बंद रहेंगी
-जिन कर्मचारियों के अस्वस्थ होने का जोखिम अधिक है, यानी गर्भवती महिलाओं और 65 साल से ज्यादा उम्र के कर्मचारियों को परिसर के अंदर आने की अनुमति नहीं दी जाएगी
-फिलहाल, छात्रों के लिए हफ्ते में एक बार क्रमबद्ध तरीके से केवल डाउट क्लासेस का आयोजन किया जाएगा

देहरादून। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराने वाले देश के सर्वश्रेष्ठ संस्थान, आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड ने आज बेहद सख्त मानक संचालन प्रक्रियाओं  के साथ उत्तराखंड में अपने केंद्रों को फिर से खोल दिया है। एईएसएल द्वारा केंद्र और संबंधित राज्य सरकार द्वारा निर्धारित सभी दिशा-निर्देशों का पालन किया जा रहा है। देशभर में मौजूद आकाश इंस्टीट्यूट के सभी केंद्रों में इन दिशा-निर्देशों का पालन किया जाएगा। फिलहाल, छात्रों के लिए हफ्ते में एक बार क्रमबद्ध तरीके से केवल डाउट क्लासेस का आयोजन किया जाएगा।
हालांकि छात्रों को ऑनलाइन और डिस्टेंस लर्निंग प्रोग्राम के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा, लेकिन जो छात्र क्लासरूम कोचिंग में पढ़ाई करना चाहते हैं उनके लिए संस्थान ने अपने माता-पिता की लिखित सहमति लेना अनिवार्य कर दिया है। आकाश इंस्टीट्यूट की सभी शाखाओं में वायरस के फैलने के खतरे को कम करने के उद्देश्य से संपर्क में आए बिना अटेन्डेंस लेने, पार्किंग स्थल पर, कॉरिडोर में और लिफ्टों में भीड़ का सही तरीके से प्रबंधन करने, जैसी सावधानियां बरती जा रही हैं। परिसर में भीड़-भाड़ से बचने के लिए, छात्रों की सुविधा और सहूलियत के अनुसार क्लास में आने का समय तय किया जाता है। सभी केंद्रों पर क्लासरूम में एयर कंडीशनिंग का कम-से-कम उपयोग किया जा रहा है और तापमान 24 से 30 डिग्री सेल्सियस के बीच निर्धारित किया गया है, जबकि रिलेटिव ह्यूमिडिटी को 40-70 प्रतिशत के स्तर पर बरकरार रखा गया है। इसके अलावा, सभी केंद्रों के परिसर में मौजूद कैफेटेरिया बंद रहेंगे। सभी केंद्रों में फर्श की सफाई दिन में कम-से-कम तीन बार की जाती है और इसके लिए 1 प्रतिशत सोडियम हाइपोक्लोराइट के घोल का इस्तेमाल किया जाता है, साथ ही यहां जगह-जगह हाथ धोने की पर्याप्त सुविधा मुहैया कराई गई है। कोविड-19 की रोकथाम से संबंधित उपायों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए पूरे परिसर में सभी अहम स्थानों पर पोस्टर और स्टैंडीज लगाए गए हैं, जिन पर राज्य एवं जिला हेल्पलाइन और नजदीकी कोविड सेंटर से जुड़े सभी संपर्क विवरण मौजूद हैं जिसका उपयोग किसी भी आपात स्थिति के दौरान किया जा सकता है।
केंद्रों के दोबारा खुलने पर टिप्पणी करते हुए, आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड के निदेशक एवं सीईओ आकाश चैधरी ने कहा, “हम मानते हैं कि, हमारे लिए अपने छात्रों की सुरक्षा सबसे अहम है। लॉकडाउन के बाद हम अपने केंद्रों को फिर से खोल रहे हैं और इस संदर्भ में हम छात्रों के माता-पिता को यह भरोसा दिलाना चाहते हैं कि हमने सभी एहतियाती कदम उठाए हैं, साथ ही परिसर के माहौल को स्वस्थ एवं सुरक्षित रखने के लिए सरकार द्वारा निर्धारित सभी दिशा-निर्देशों का पालन कर रहे हैं। कोविड-19 का मजबूती से मुकाबला करने के लिए, हम साफ-सफाई एवं स्वच्छता की प्रक्रियाओं से जुड़े फायदों के बारे में जागरूकता फैला रहे हैं ताकि इस वायरस के प्रसार को कम करने में मदद मिल सके।” हालात की निगरानी करने और स्थिति पर लगातार नजर रखने के लिए अलग-अलग टास्क फोर्स का गठन किया गया है, जिसमें इमरजेंसी केयर रिस्पॉन्स टीम, जनरल सपोर्ट टीम, हाइजीन इंस्पेक्शन टीम, कमोडिटी सपोर्ट टीम, इत्यादि शामिल हैं। आकाश इंस्टीट्यूट का उद्देश्य शैक्षणिक जगत में सफलता हासिल करने की इच्छा रखने वाले छात्रों की मदद करना है। यहां पाठ्यक्रम एवं अध्ययन सामग्रियों के विकास के साथ-साथ अध्यापकों के प्रशिक्षण एवं निगरानी के लिए घरेलू स्तर पर एक केंद्रीकृत प्रक्रिया मौजूद है, जिसका नेतृत्व राष्ट्रीय शैक्षणिक टीम द्वारा किया जाता है। पिछले कुछ वर्षों में, एईएसएल के छात्रों ने विभिन्न मेडिकल एवं इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं, तथा एनटीएससी, केवीपीवाई और ओलंपियाड जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं में रिकॉर्ड सफलता हासिल की है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button